चित्रकूट: पुलिस ने बीते एक जनवरी को हुई मावा व्यापारी की अपहरण के बाद हत्या का शनिवार को खुलासा कर दिया. मृतक के गांव मानिकपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर का रहने वाले आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर मामूली विवाद में युवक की हत्या कर दी थी. पुलिस को हत्या में इस्तेमाल हथियार सहित कारतूत आरोपी के साथी के घर से बरामद हुए हैं.
- अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया कि बीते 1 जनवरी को मानिकपुर क्षेत्र के रानीपुर के जंगल में मावा व्यापारी अंतिम लाल कुशवाहा की लाश मिली थी.
- अंतिम लाल कुशवाहा अपने घर से मावा लेकर मानिकपुर जा रहा था.
- रास्ते में ही जगत कुशवाहा नाम के युवक ने खेतों में जानवरों द्वारा फसल नुकसान जैसे मामूली विवाद को लेकर अंतिम लाल कुशवाहा की गोली मारकर हत्या की थी.
- पीड़ित परिजनों ने पूर्व में अपने गांव के ही रहने वाले दूसरे शख्स पर आशंका जाहिर करते हुए एफआईआर लिखवा दी थी.
- पुलिस की जांच में जगत कुशवाहा को प्रयागराज के लक्ष्मी हॉस्पिटल से गिरफ्तार कर मानिकपुर थाने लाया गया, जो पैर में प्लास्टर बंधवाकर फर्जी इलाज करवा रहा था.
- जब डॉक्टरों से बात करके आरोपी से दबिश देकर पूछा गया, तो बताया कि जानवरों के विवाद को लेकर कहासुनी हुई थी.
- तभी उसने अपने साथी शंकर उर्फ हनीफ और एक अन्य साथी के साथ घटना को अंजाम दिया था.
- पुलिस ने मऊ कस्बे में दबिश देकर हनीफ के घर से एक 12 बोर की बंदूक और जिंदा कारतूस बरामद की है.
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी जगत लाल कुशवाहा पुलिस के साथ पहले बहुत रहा करता था, जिसके चलते उसे सभी पैंतरे अच्छे से मालूम हैं. वहीं अपर पुलिस अधीक्षक ने आरोपी के पुलिस मुखबिर होने से इनकार किया है.