चित्रकूटः बीहड़ क्षेत्र के गांव कर्क पडरिया, मजरा किटाहना में मानिकपुर से विधायक आनंद शुक्ला ने सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों को रसद सामग्री वितरण किया. देश में लगे लॉकडाउन में इन मजदूरों को दिहाड़ी न मिलने से परिवारिक भरण-पोषण में समस्या आ रही थी.
मजदूरों के घरों में खत्म होते राशन को देखते हुए समाजसेवी की मदद से स्थानीय विधायक ने रसद सामग्री वितरण कराया, जिसे पाकर ग्रामीणों ने कहा पहली बार कोई राजनेता हमारी मुश्किलों में हमारे साथ खड़ा है.
सूचना पर मदद करने पहुंचे आनंद शुक्ला
विधायक आनंद शुक्ला ने गुरुवार को अपने वालंटियर के साथ मिलकर मौजूद सभी ग्रामीणों को आटा, चावल के साथ सब्जी का वितरण किया. लॉकडाउन के बाद से यह ग्रामीण अपने घरों तक ही सीमित थे.
ये लोग न मजदूरी कर पा रहे थे और न ही जंगलों से लकड़ी काटकर शहरों औक कस्बों में बेच पा रहे थे, जिससे इनके घरों की में रखा राशन लगातार समाप्त होने के कगार पर था. इसकी सूचना पाकर स्थानीय विधायक ने समाजसेवियों की मदद से इस गांव में रसद सामग्री का वितरण किया.
विधायक ने दो दिन पहले भी वितरित की थी राहत सामग्री
ग्रमीणों ने कहा कि आज तक कोई भी नेता चुनाव के बाद हमारे गांव की सुध लेने की कोशिश नहीं की. हम लोग किस स्थिति में अपना जीवन यापन कर रहे हैं इससे किसी को मतलब नहीं.
गांव वालों का कहना है कि हमारे विधायक आनंद शुक्ला ने हमें याद रखा और हमारे घरों तक पहुंचकर हमें राशन उपलब्ध करवा रहे हैं. विधायक ने दो-तीन दिन पूर्व हमें भोजन और गेहूं भी उपलब्ध कराया था.
चुनाव जीतने के बाद दद्दू प्रसाद नहीं लौटे गांव
वहीं पर मौजूद महिला का कहना है कि चुनाव के समय सभी दलों के नेता वोट मांगने जरूर आते हैं. इसके बाद वह हमें भूल जाते हैं. ऐसे ही हमारे स्थानीय विधायक रह चुके दद्दू प्रसाद.
महिला ने बताया कि दद्दू ने मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त किया था. उन्हें मायावती सरकार में ग्राम विकास मंत्री बनाया गया था पर मंत्री बनने के बाद कभी भी हमारे गांव में पलट कर नहीं देखा. आज हमारे स्थानीय विधायक आनंद शुक्ला खड़े हैं.