चित्रकूट: वापी से गोरखपुर जा रही ट्रेन से सफर कर रहे चित्रकूट धाम मण्डल के लगभग 250 प्रवासी श्रमिक जंगल में ट्रेन खड़ी होने पर उतर गए. इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिसके बाद आनन-फानन में श्रमिकों को मानिकपुर रेलवे स्टेशन लाया गया, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया. जिसके बाद इन मजदूरों को भोजन वितरित कर बसों से उनके घरों तक पहुंचाया गया. बार-बार समझाने के बाद भी इन प्रवासी मजूदरों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया.
लॉकडाउन के कारण गुजरात में फंसे प्रवासी मजदूरों को लेकर वापी स्टेशन से गोरखपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन सिग्नल नहीं मिलने की वजह से चित्रकूट के बांसपहाड़ के जंगल में रुक गई. इस दौरान लगभग 250 प्रवासी मजूदर ट्रेन से नीचे उतर गये. सचूना मिलने के बाद रेलवे पुलिस आनन-फानन में इनको मानिकपुर स्टेशन पर लेकर आयी. जहां सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. इस दौरान लाइन में लगे प्रवासी मजदूरों ने बार-बार समझाने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया. ये सभी प्रवासी मजदूर कर्वी, बांदा, महोबा, कानपुर के बताए जा रहे हैं.
ट्रेन से उतरे यात्री राम मिलन ने बताया कि, ट्रेन रुकने के बाद करीब 250 से 300 मजदूर जंगल के पास उतर गए. जिसके बाद रेलवे पुलिस उन्हें मानिकपुर स्टेशन लेकर आयी.
वहीं मानिकपुर-मऊ सीओ विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि, ये मजदूर वापी स्टेशन से आए हैं. स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद इन लोगों को लंच पैकेट वितरित किया गया. जिसके बाद सभी प्रवासी मजदूरों को बस के माध्यम से उनके गृह जनपद भेज दिया गया.
ये भी पढ़ें- चित्रकूट: ट्रेन से 187 श्रमिक पहुंचे, सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन