चित्रकूट: हिदुओं की आस्था का केंद्र होने से धर्म नगरी चित्रकूट में धार्मिक पर्वों की महत्ता और भी बढ़ जाती है. नवरात्रि की शुरुआत के लिए श्रद्धालुओं ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. आगामी 6 अप्रैल से शुरू होने वाले इस पर्व को पूरी रीति-रिवाज के साथ 9 दिन मनाने की मान्यता है, जिसके चलते देवी-देवताओं की मूर्ति की साफ-सफाई के साथ मंदिरों की साज-सज्जा शुरू हो गई है.
भगवान राम की कार्यस्थली और धार्मिक नगरी होने से चित्रकूट में हिदुओं के पर्व का महत्त्व और बढ़ जाता है. पुरानी बाजार स्थित काली देवी के मंदिर की साज-सज्जा देवी के पर्व के चलते शुरू हो चुकी है. श्रद्धालु और मंदिर के कर्मचारी साफ-सफाई में जुट गए हैं. मान्यता के अनुसार, पुरानी शहर स्थित इस काली देवी के मंदिर में जो भी श्रद्धालु भक्ति भाव से जाता है, उसकी हर एक मन्नत पूरी होती है.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हजारों श्रद्धालुओं के मंदिर में दर्शन के लिए आने की संभावना के चलते हम लोग मंदिर में साफ-सफाई के साथ देवी देवताओं की मूर्तियों की भी साफ-सफाई कर रहे हैं. मान्यता के अनुसार, इन दिनों श्रद्धालु भोजन न कर व्रत रह कर अपनी पूजा-अर्चना करते हैं और सिर्फ फलाहार ही किया जाता है.
साथ ही साथ त्योहार को देखते हुए पूरे शहर में फलों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं. पूजा में चढ़ने वाला नारियल हो या अन्य फल, सभी के दामों में रातों-रात इजाफा हो गया है. फल बेचने वाले व्यापारी आलम शेख ने बताया कि आगामी त्योहार के चलते ही इन फलों के दामों में इजाफा हुआ है.