चित्रकूट: रानीपुर वन्य जीव विहार में तेंदुआ और भालू समेत चार संरक्षित वन्य जीवों की मौत का मामला सामने आया है. सूचना मिलते ही आला अफसर रानीपुर वन्य जीव विहार पहुंचे. मामले में अधिकारियों का कहना है कि जांच में लापरवाही सामने आने पर संलिप्त कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा रानीपुर वन्य जीव विहार में शाकाहारी और मांसाहारी समेत लगभग हजारों की संख्या में दुर्लभ प्रजाति के जीवों को संरक्षित कर रखा गया है. कर्मचारियों द्वारा इन जीवों की समय-समय पर गिनतियां की जाती है. चित्रकूट से लगभग 45 किलोमीटर दूर वन्य जीव अभ्यारण में जीवों की मौत से कहीं न कहीं कार्यरत कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगा है.
बता दें कि, 1982 में रानीपुर वन्य जीव विहार की स्थापना की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य यहां पर दुर्लभ प्रजाति के जीवों को संरक्षित कर रखना था. अधिकारियों के अनुसार इन जानवरों की मौत आकस्मिक रूप से हुई है, जांच में लापरवाही सामने आने पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.