चित्रकूट: डेढ़ करोड़ की लागत से बनाए जा रहे कान्हा गोशाला में नगर पंचायत अध्यक्ष मानिकपुर और ठेकेदार की मिलीभगत से पत्थरों की धूल से ही निर्माण कार्य कराया जा रहा है. वहीं ठेकेदार को नगर पंचायत के द्वारा वह सारे संसाधन भी मुहैया करवाए जा रहे हैं, जो सिर्फ नगर पंचायत में ही सेवा देती हैं. वहीं पूरे मामले में नगर पंचायत अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी ठेकेदार की बचत करते नजर आए.
योगी सरकार की ओर से चित्रकूट में डेढ़ करोड़ की लागत से कान्हा गोशाला का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें नगर पंचायत अध्यक्ष और ठेकेदार की मिलीभगत से बालू की जगह धूल से निर्माण कार्य कराए जाने का मामला सामने आया है. ठेकेदार को वह सारे संसाधन भी मुहैया करवाए जा रहे हैं, जिनका प्रयोग सिर्फ और सिर्फ नगर पंचायत में ही हो सकता है. इसमें कूड़ा-कचरा उठाने और फेंकने वाला ट्रैक्टर से लेकर कस्बावासियों को पेयजल वितरण करने वाला पानी का टैंकर भी शामिल हैं.
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निर्माण कार्य में अनियमितता की अनदेखी करते नगर पंचायत अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी ठेकेदार की बचत करते नजर आए. नगर पंचायत द्वारा अतिक्रमण से और पुरानी नाली तोड़ कर निकाले गए मलबे से पत्थरों और ईंटों का प्रयोग कान्हा गोशाला के निर्माण में ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है. इतना ही नहीं ठेकेदार ने गोशाला के पीछे अवैध रूप से स्वयं की पत्थरों की खदान लगाई है. उस खदान से पत्थर तोड़वाकर बाकायदा इसका प्रयोग गोशाला के निर्माण में किया जा रहा है.