चित्रकूट: पाठा पानी की किल्लत और दस्यु समस्या के लिए जाना जाता है. यहाँ निवास करने वाले आदिवासी तबके के लोग डकैतों और पुलिस की उत्पीड़न का जमकर शिकार होते रहे हैं. इसके कारण यहां यूपी पुलिस की छवि लोगों के अंदर खलनायकों जैसी ही बनी हुई है. मौजूदा पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा के 'पाठा की पाठशाला' अभियान से शिक्षा के प्रति जागरूक करने के साथ ही पुलिस अपनी भी छवि बदलने का प्रयास कर रही है.
क्या है, 'पाठा की पाठशाला'-
- पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा के नेतृत्व में 'पाठा की पाठशाला' का आयोजन किया गया.
- इसका आयोजन मारकुंडी थाना क्षेत्र के किहुनिया कोलान में किया गया.
- 'पाठा की पाठशाला' मुहिम निही गांव से प्रारंभ होकर मारकुंडी तक पहुंची.
- पुलिस अधीक्षक ने उपस्थित बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाते हुए सामान्य ज्ञान की जानकारी दी.
- इसके अंर्तगत बच्चों को मेहनत करने साथ ही अच्छे जीवन जीने के बारे में भी बताया गया.
- पुलिस अधीक्षक ने बच्चों के अभिभावकों को बच्चों से स्कूल भेजने के लिए भी कहा.
यहां बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं.अगर बच्चें स्कूल पढ़ने के लिए जाएंगे तो इस जगह के समस्याओं का समाधान अपने आप हो जाएगा.
-मनोज कुमार झा, पुलिस अधीक्षक