चित्रकूट: जिले में लगातार गिरते पारे के बाद ठंड से बचाव के लिए नगर पंचायत मानिकपुर के दावे सिर्फ हवा-हवाई दिख रहे हैं. ठंड से बचाव के लिए बने रैन बसेरा मात्र नाम भर का साबित हो रहा है. नगर पंचायत रैन बसेरे में गद्दे और कंबल की जगह मात्र प्लास्टिक की चटाई बिछाई गई है. ऐसे में ठंड से यात्री ठिठुरने को मजबूर हैं.
- जिले में नगर पंचायत मानिकपुर रेलवे जंक्शन स्टेशन के बाहर बने अस्थाई रैन बसेरा किसी भी काम का सबित नहीं हो रहा है.
- जंक्शन स्टेशन पहुंचे यात्री रैन बसेरे में किसी तरह रह कर ट्रेनों का इंतजार कर रहे हैं.
- यात्रियों के साथ ही धर्मनगरी से वापस लौटने वाले श्रद्धालु भी इस रैन बसेरे का सहारा लेते हैं.
- ऐसे में शासन द्वारा मानिकपुर रेलवे स्टेशन के बाहर अस्थाई रैन बसेरा बनाने का जिला प्रशासन ने आदेश दिया.
- इसके बावजूद यात्रियों के ठहरने और ठंड से बचाव के लिए कोई भी मुनासिब इंतजाम नहीं किए गए हैं.
- अस्थायी रैन बसेरा में न ही गद्दे हैं और और न ही कंबल.
- वहीं अधिशासी अधिकारी का राम आशीष वर्मा का कहना है कि नगर पंचायत का तरफ से इस रैन बसेरे में एक कर्मचारी भी पदस्थ किया है.
- शाम के समय गद्दा और कंबल बिछा दिया जाता है, ताकि आने वाले श्रद्धालु और यात्री ठंड से बचाव कर सकें.
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