बुलंदशहरः अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे काे लेकर पैदा हुई अराजक स्थिति से जिले के गांव गंगागढ़ में एक परिवार काफी डरा और सहमा हुआ है. 6 महीने पहले कमाने गए गंगागढ़ निवासी मुकेश बघेल अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फंस गए हैं. अब मुकेश ने वीडियो भेजकर प्रधानमंत्री मोदी से सुरक्षित भारत वापस लाने की गुहार लगाई है. पत्नी शीला और चार मासूम बच्चे भी मुकेश की सलामती की दुआ कर रहे हैं.
मुकेश की ओर से जारी किए गए वीडियो में कह रहे हैं कि वह एक कंपनी में फंसे हुए हैं. भारत सरकार और प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हैं कि मुझे यहां से बाहर निकाला जाए, क्योंकि यहां बहुत दिक्कत है. मुकेश कह रहे हैं कि यहां बमबारी हो रही है और कंपनी ने उनका पासपोर्ट ले लिया है. वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए मुकेश के बेटे ने बताया कि उसके पिता अफगानिस्तान में खरद का काम करते हैं. विजय ने बताया कि उसके पिता फोन पर कह रहे थे कि कंपनी का मालिक घर बात नहीं करने दे रहा है और पासपोर्ट और वीजा भी रख लिया है. कंपनी मालिक उनके पिता को घर आने नहीं दे रहे हैं.
बता दें कि पहासू थाना क्षेत्र के गांव गंगागढ़ निवासी मुकेश 6 महीने पहले अच्छी कमाई की उम्मीद लेकर अफगानिस्तान गया था, लेकिन अब सरकार के तख्ता पलट के कारण वहां के हालात बद से बदतर हो गए. जिससे मुकेश अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में फंस गए हैं. मुकेश के अफगानिस्तान में फंसने से उसके परिजन चिंतित हैं. मुकेश की पत्नी शीला का कहना है कि उन्हें पैसा नहीं, चाहिए केवल पति की सही सलामत चाहिए. सरकार मेरे पति को अफगानिस्तान से सही-सलामत निकालकर घर पहुंचा दे.
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बता दें कि भारत से मैत्री संबंध रखने वाले अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक व्यवस्था की चूलें हिल गईं हैं. राष्ट्रपति से लेकर अधिकतम मंत्री और जनप्रतिनिधि देश छोड़कर पलायन कर चुके हैं. अफगानिस्तान में लोकतंत्र की बलि चढ़ाकर इस्लामी कट्टरपंथी संगठन तालिबान ने लाखों लोगों का भविष्य अंधकारमय कर दिया है. बड़ी संख्या में अफगानी लोग देश की सीमा को पार करने के जद्दोजहद कर रहे हैं. वहीं, भारत से मजदूरी करने गए बहुत से मजदूर फंस गए हैं, इन्हीं में से बुलंदशहर के मुकेश कुमार भी है. हालांकि सरकार ने अफगानिस्तान में फंसे लोगों को अब सुरक्षित भारत लाने का अभियान शुरू कर दिया है.