ETV Bharat / state

बुलंदशहर: हिजबुल आतंकियों की मौत, शहीद कर्नल आशुतोष के गांव में खुशी

हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला 72 घंटे में लेने के बाद शहीद कर्नल आशुतोष के परिजनों ने खुशी जाहिर की है. इसी के साथ उन्होंने सेना का आभार भी व्यक्त किया है.

martyr colonel Ashutosh sharma
martyr colonel Ashutosh sharma
author img

By

Published : May 7, 2020, 3:07 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: भारतीय सुरक्षा बलों के द्वारा हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों के शहादत का बदला लिए जाने के बाद शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के पैतृक गांव परवाना में लोगों ने खुशी जाहिर की. शहीद के परिजनों ने इसी के साथ सेना का आभार भी व्यक्त किया.

हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला सेना ने हिजबुल के शीर्ष कमांडर और उसके साथियों को मारकर ले लिया है. जैसे ही इस बात की जानकारी शहीद कर्नल आशुतोष के गांव पहुंची, उनके चाचा ने 72 घंटे में आतंकियों को मार गिराए जाने पर सेना का आभार व्यक्त किया.

शहीद के परिजनों ने सेना का आभार किया व्यक्त.

वहीं शहीद कर्नल आशुतोष की टीम में साथ रहे यशपाल सिंह बताते हैं कि आशुतोष ऑपरेशन के समय खुद जवानों के साथ मोर्चा लेते थे. कभी अकेले किसी को नहीं जाने देते थे. सबको बराबर का सम्मान देते थे. यशपाल ने आगे कहा कि आशुतोष के शहादत का बदला ले लिया गया है. यशपाल सिंह भी 21 आरआर बटालियन में बतौर सिपाही 2015 में भर्ती हुए थे. पिछले डेढ़ साल से शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की टीम में साथ थे. यशपाल फरवरी 19 में छुट्टी पर अपने गांव रतनपुर आए थे.

इसे भी पढ़ें- बुद्ध पूर्णिमा : प्रधानमंत्री बोले- रुकना विकल्प नहीं, विजय के लिये निरंतर प्रयास जरूरी

बुलंदशहर: भारतीय सुरक्षा बलों के द्वारा हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों के शहादत का बदला लिए जाने के बाद शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के पैतृक गांव परवाना में लोगों ने खुशी जाहिर की. शहीद के परिजनों ने इसी के साथ सेना का आभार भी व्यक्त किया.

हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला सेना ने हिजबुल के शीर्ष कमांडर और उसके साथियों को मारकर ले लिया है. जैसे ही इस बात की जानकारी शहीद कर्नल आशुतोष के गांव पहुंची, उनके चाचा ने 72 घंटे में आतंकियों को मार गिराए जाने पर सेना का आभार व्यक्त किया.

शहीद के परिजनों ने सेना का आभार किया व्यक्त.

वहीं शहीद कर्नल आशुतोष की टीम में साथ रहे यशपाल सिंह बताते हैं कि आशुतोष ऑपरेशन के समय खुद जवानों के साथ मोर्चा लेते थे. कभी अकेले किसी को नहीं जाने देते थे. सबको बराबर का सम्मान देते थे. यशपाल ने आगे कहा कि आशुतोष के शहादत का बदला ले लिया गया है. यशपाल सिंह भी 21 आरआर बटालियन में बतौर सिपाही 2015 में भर्ती हुए थे. पिछले डेढ़ साल से शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की टीम में साथ थे. यशपाल फरवरी 19 में छुट्टी पर अपने गांव रतनपुर आए थे.

इसे भी पढ़ें- बुद्ध पूर्णिमा : प्रधानमंत्री बोले- रुकना विकल्प नहीं, विजय के लिये निरंतर प्रयास जरूरी

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.