बुलंदशहरः जिले में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने किया है. कोतवाली पुलिस और आबकारी टीम ने यूरिया खाद मिलाकर नकली शराब बनाते दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मौके से नकली शराब शराब बनाने के उपकरण, असलहा और कारतूस मिले हैं. कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी पुलिस कर्मियों के साथ गुरुवार रात को अग्रसेन पार्क के सामने वाहनों की चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान आबकारी निरीक्षक सचिन त्रिपाठी को सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति दक्ष मैरिज होम के पीछे खाली पड़े एक मकान में अवैध शराब बना रहे हैं.
पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने की घेराबंदी
इसके बाद पुलिस और आबकारी की टीम ने दक्ष मैरिज होम पहुंचकर खाली पड़े मकान की घेराबंदी कर दी. इस दौरान टीम ने दो आरोपियों को रात्रि 1:00 बजे गिरफ्तार करन लिया, जबकि एक अभियुक्त पुलिस को देखकर फरार हो गया. पुलिस को मौके से अपमिश्रित शराब शराब बनाने के उपकरण, यूरिया खाद, अवैध असलहा, कारतूस के बरामद हुए हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रोहित व जितेंद्र व माला गढ़ निवासी के रूप में हुई है.
अवैध शराब बाने की सामग्री और उपकरण बरामद
पुलिस ने अवैध शराब बनाने की जह से 98 रोमियो अंग्रेजी शराब, 28 पव्वे मिस इंडिया देसी शराब यूपी मार्का की बोतल, 20 लीटर शराब, 200 प्लास्टिक खाली गिलास, 300 ढक्कन नकली इंडिया ब्रांड के रैपर, 280 नकली क्यूआर कोड, एक प्लास्टिक बाल्टी, एक मग, 1 किलो यूरिया एवं नकली शराब बनाने के उपकरण आदि मिले.
बोतलों पर नकली रैपर लगाते थे
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह अपने फरार साथी के साथ मिलकर दक्ष मैरिज होम के पीछे खाली पड़े मकान में अवैध शराब बनाते थे. दूसरे प्रदेश की सस्ती शराब लाकर उसमें यूरिया एवं नकली गोलियां मिलाकर शराब बना रहे थे. तैयार शराब को खाली बोतलों में भरकर उस पर मिस इंडिया ब्रांड के नकली रैपर व नकली क्यूआर कोड लगाकर आसपास क्षेत्रों में महंगे दामों में बेंच देते थे.
जहरीली शराब कांड में चार आरोपी अभी फरार
बता दें कि कुछ समय पहले सिकंदराबाद थाना क्षेत्र के गांव जीतगढ़ में जहरीली शराब कांड में फरार चार आरोपियों में से एक इनामी मुकेश को गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं अलीगढ़ में शराब पीने से हुई कई लोगों की मौत के मामले में तीन आरोपियों के अलावा 13 अन्य की जांच के दौरान आरोपी बनाया गया था. पुलिस इस मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जबकि नाम दर्ज आरोपी प्रदीप की मौत हो चुकी है. वहीं आरोपी मिंकु, टिंकू ,मुकेश और यादराम फरार चल रहे हैं. पुलिस ने फरार चारों आरोपियों पर ₹25000 का पुरस्कार भी घोषित किया है. चर्चा यह भी है कि चारों आरोपियों में से पुलिस ने एक आरोपी मुकेश को धर दबोचा है.