बुलंदशहर: कोरोना संकट काल में आश्रय स्थलों में क्वारंटाइन किए गए लोगों के अलावा अन्य जरूरतमंदों को भोजन की व्यवस्था कराने के लिए प्रशासन ने कम्युनिटी किचन की शुरूआत की थी. यहां हर दिन मेन्यू के मुताबिक व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं. शनिवार को ईटीवी भारत ने किचन में साफ-सफाई, खाद्य सामग्री की गुणवत्ता से लेकर भोजन वितरण आदि की पड़ताल की, जिसमें टीम वर्क और बेहतर तालमेल देखने को मिला.
मेन्यू के हिसाब से बनता है भोजन
कोरोना महामारी के दौर में जरूरतमंद लोगों के सामने रोजी-रोटी की संकट आन पड़ी है. बुलंदशहर में जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी अलग-अलग तहसील क्षेत्रों में टीम बनाकर कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. बुलंदशहर तहसील में ईटीवी भारत की टीम ने पहुंचकर तमाम व्यवस्थाएं परखीं. जिले के तहसील स्थित कम्यूनिटी किचन के निरीक्षण में पाया गया कि यहां डेली मेन्यू के मुताबिक अलग-अलग व्यंजन बनते हैं. इस कार्य के लिए करीब 8 लोग लगाए गए हैं. साथ ही कम्यूनिटी किचन पर तैनात कर्मचारी बराबर साफ-सफाई का ध्यान रखते हैं.
बेहतर क्वालिटी के मसाले और खाद्य सामग्री का हो रहा इस्तेमाल
इस बारे में हमने एसडीएम सदर डॉक्टर सदानंद गुप्ता से जब बात की तो उन्होंने बताया कि कोशिश की जाती है कि बेहतर क्वालिटी के मसाले और खाद्य सामग्री इस्तेमाल की जाए. उन्होंने बताया कि तहसील परिसर में स्थित कम्युनिटी किचन अब तक खुले बरामदे में चला करती थी, लेकिन अब किचन को यहां कवर किया जा रहा है. पहले वहां चारदीवारी कराई गई और अब उसमें चारों तरफ लोहे की जालीनुमा विंडो भी लगवा दी गई हैं. उन्होंने बताया कि यहां शहर के जागरूक लोग भी बीच-बीच में अपनी तरफ से सहयोग करने के लिए आते रहते हैं. बुलन्दशहर जिला प्रशासन द्वारा विशेष ध्यान बुलंदशहर में दिया जा रहा है.
वहीं, रसोइया ईश्वर ने बताया कि कम्यूनिटी किचन में लॉकडाउन के दौरान काफी संख्या में खाना बनाया जा रहा था.