बुलन्दशहर: दिल्ली-एनसीआर के अलावा बुलंदशहर में प्रदूषण का स्तर चिंतित करने वाला है. हवा खराब होने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कतें महसूस हो रही हैं. एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकॉर्ड 475 तक पहुंच गया. अगर समय रहते प्रशासन ने सुध नहीं ली तो दीपावली के बाद हवा की क्वालिटी और खराब हो सकती है. आसमान में धुंध का लोगों के जीवन में बुरा असर देखा जा रहा है.
दिल्ली-एनसीआर समेत वेस्टर्न यूपी के जिले प्रदूषण की चपेट में हैं. आलम यह है कि सोमवार को जारी एयर क्वालिटी इंडेक्स में बुलंदशहर की आबोहवा काफी दूषित बताई गई है. सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े काफी हैरान करने वाले हैं. क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्क्रीन पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 475 पर पहुंच गया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे जिलों के हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं.
धुंध से घटी विजिबिलिटी
नबंबर माह के शुरुआत से ही विजिबिलिटी पूरी तरह से घट चुकी है. आंखों में जलन महसूस की जा सकती है. गले में खराश की शिकायतें भी लोग कर रहे हैं. हालांकि लोग मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं. वायु प्रदूषण के कारण सांस और दमा के मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी है. प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन तमाम प्रयास कर रहा है, लेकिन लोगों की लापरवाही के चलते स्तर बढ़ता जा रहा है.
बुलन्दशहर में भी AQI खतरनाक स्तर पर
गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद से किसी निजी कार्य से बुलंदशहर आये राजेन्द्र गुप्ता का कहना है कि बुलंदशहर में भी जिस तरह से उन्हें प्रदूषण देखने को मिल रहा है, उससे समझ आता है कि यहां भी हालत ठीक नहीं है. उन्होंने बताया कि वो समझते थे कि सिर्फ दिल्ली और गाजियाबाद में ही प्रदूषण ने जीना मुश्किल किया है, लेकिन बुलन्दशहर में आकर उन्हें पता चला कि यहां तो हालात बद से भी बदतर हैं.