बुलंदशहरः जिले की खुर्जा नगर-देहात पुलिस और स्वाट टीम ने बीते 11 अक्टूबर को खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र में इनकम टैक्स के अधिकारी बनकर की गई 72 लाख की ठगी का खुलासा कर दिया है. पुलिस का दावा है कि वारदात की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि हाथरस के पीड़ित सर्राफा व्यापारी के चालक ने ही अपने दोस्त और रिश्तेदारों के साथ मिलकर रची थी. पुलिस ने कहा कि आरोपियों द्वारा 72 नहीं बल्कि 70 लाख की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया था.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा बीते 11 अक्टूबर को वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया. जब सर्राफा का मुनीम हाथरस से कार में सवार होकर दिल्ली के चांदनी चौक से 72 लाख के गहने खरीदने के लिए निकला था. आरोप है कि इसी दौरान बुलंदशहर के खुर्जा नगर कोतवाली में प्लानिंग के तहत पहले से खड़े कुछ लुटेरों ने मुनीम की कार को इशारा करके रुकवाया और खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर मुनीम की कार में सवार हो गए.
थोड़ी दूर चलने के बाद आरोपी कार में रखा नोटों से भरा बैग लेकर वहां से फरार हो गए. घटना के बाद पीड़ित मुनीम ने खुर्जा नगर कोतवाली में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 72 लाख की ठगी करने का मामला दर्ज कराया था, जबकि पुलिस जांच में सामने आया की पूरी घटना की साजिश सर्राफा के चालक द्वारा ही रची गई थी.
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फिलहाल पुलिस ने आरोपी चालक समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा कर दिया है, जबकि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 66 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं. बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया गया कि आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि बैग में 72 नहीं बल्कि 70 लाख कैश था. फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है.