बुलंदशहर: नगर कोतवाली पुलिस को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने नीमखेड़ा गांव के जंगलों में अवैध रूप से हथियार बनाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है और तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध असलहा बनाने का सामान और 25 अधबने तमंचे बरामद किए गए हैं.
अभियुक्त ट्यूबवेल पर बनी हुई एक झोपड़ी में अपने साथियों के साथ मिलकर अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री चला रहे थे. जहां भारी मात्रा में अवैध असलहा और अधबने तमंचे मौके पर मिले हैं.
इस तरह पुलिस को मिली कामयाबी
एक आरोपी तैयार हुए तमंचे को बेचने के लिए कहीं जा रहा था जिस पर शक होने पर पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसके कब्जे से भी सैंपल के तौर पर तमंचा बरामद हुआ. जिसके बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने फैक्ट्री पर छापा मारा तो वहां से भारी मात्रा में दो लोगों के साथ अवैध रूप से तैयार किए जा रहे हथियार बरामद किए गए.
क्या है पकड़े गए आरोपियों का कहना
इस बारे में जब पकड़े गए लोगों से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि चुनाव के मद्देनजर उन्हें आर्डर मिल रहे थे और वो आर्डर पर ही तमंचे का निर्माण करते थे. उनका कहना था कि एक तमंचे बनाने का पार्टी उन्हें चार सौ रुपया देती है जबकि उनके डीलर उसे करीब 18 सौ से दो हजार के बीच में आगे सप्लाई कर देता है.
गुनहगार को बख्शा नही जाएगा: एसएसपी
इस बारे मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एन कोलांची का कहना है कि भारी मात्रा में यह लोग तमंचे बनाते आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पकड़े गए लोगों में दो लोग तो इसी काम के आदी हैं. कई बार पहले भी अवैध शस्त्र बनाने के मामले में जेल की हवा खा चुके हैं.
एसएसपी ने बताया कि इनके कब्जे से जो तमंचे और तमंचा बनाने का सामान बरामद हुआ है उसे फिलहाल कब्जे में ले लिया गया है और पुलिस आगे की कार्यवाही में जुट गई है. एसएसपी ने साफ तौर पर कहा कि किसी भी आरोपी को वह नही बख्शेंगे.
भारी मात्रा में पुलिस ने इनके पास से अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण जैसे ड्रिल मशीन, वेल्डिंग मशीन, हथौड़ी, आरी, पाइप, रिंच, लोहे काटने की कैंची, भारी मात्रा में 12 बोर नाल पिस्टल को बरामद किया है. फिलहाल पुलिस ने शस्त्र अधिनियम की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. एसएसपी कोलांची का कहना है कि गिरफ्तार करने वाली टीम को पुरस्कृत भी किया जाएगा.
फिलहाल, चुनावों से ठीक पहले पुलिस का यह कार्य सराहनीय है. वहीं इस तरह के अवैध रूप से बनाये जा रहे असलहों के पीछे कौन है, यह एक बड़ा सवाल है.