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बुलंदशहर: 2 हजार स्कूलों के बिजली कनेक्शन कटे, महीनों से बत्ती गुल

यूपी के बुलंदशहर में सरकारी स्कूलों में बिजली व्यवस्था बदहाल हो चुकी है. 2 हजार से अधिक विद्यालयों में लंबे समय से बिजली नहीं है. इन सभी विद्यालयों के कनेक्शन काटे जा चुके हैं.

परिषदीय स्कूलों पर करोड़ों का बिजली बिल बकाया.
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Published : Aug 13, 2019, 7:25 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जिले के परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से विद्युत कनेक्शन कटे हुए हैं. विद्युत बिल का भुगतान न होने की वजह से करीब 2000 स्कूलों में बिजली की सप्लाई रोक दी गई है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मुताबिक कुल साढ़े पांच करोड़ रुपये से भी अधिक विद्युत बिल का भुगतान बकाया है. इतनी बड़ी संख्या में विद्यालयों में बिजली सप्लाई काटे जाने से शिक्षा विभाग की ओर से जिला पंचायत राज विभाग को बिल भुगतान के निर्देश दिए गए हैं.

परिषदीय स्कूलों पर करोड़ों का बिजली बिल बकाया.
हाथ से पंखा झलने पर मजबूर स्कूली बच्चे-
  • बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में 5 करोड़ 68 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया है.
  • इसके चलते महीनों से स्कूली छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
  • इन विधालयों में कमरों में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं हो पाती है.
  • साथ ही उमस के वक्त छात्रों को किताब से हवा करनी पड़ती है.
  • यही स्थिति पिछले साल थी, जब करीब चार करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया था.
  • पिछले साल भी बिल को नहीं भरा गया जिससे पैनल्टी लगने से यह राशि 5 करोड़ 68 लाख रुपये तक पहुंच गई.
  • बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत कुल 2 हजार 399 विद्यालय आते हैं, जिनमें 1 हजार 635 प्राथमिक विधालय तो वहीं 764 जूनियर हाईस्कूल हैं.
  • इन सभी विद्यालयों में कमोबेश बिजली व्यवस्था लंबे समय से ठप्प पड़ी है.

जो ग्रामीण अंचलों के विद्यालय हैं . वहां लोग केबिल काटकर ले जाते हैं, जिसकी वजह से दिक्कत का सामना करना पड़ता है. जिले में शिक्षा विभाग पर करीब 5 करोड़ 68 लाख रुपए का विद्युत बिल बकाया है. जिला पंचायती राज विभाग को विधुत बिल के भुगतान के बारे में शासन से दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं. सभी सरकारी स्कूलों के कनेक्शन जुड़वाने और वहां के भुगतान के बारे में पंचायती राज विभाग को कार्रवाई करनी है.
-अम्बरीष कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी

बुलंदशहर: जिले के परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से विद्युत कनेक्शन कटे हुए हैं. विद्युत बिल का भुगतान न होने की वजह से करीब 2000 स्कूलों में बिजली की सप्लाई रोक दी गई है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मुताबिक कुल साढ़े पांच करोड़ रुपये से भी अधिक विद्युत बिल का भुगतान बकाया है. इतनी बड़ी संख्या में विद्यालयों में बिजली सप्लाई काटे जाने से शिक्षा विभाग की ओर से जिला पंचायत राज विभाग को बिल भुगतान के निर्देश दिए गए हैं.

परिषदीय स्कूलों पर करोड़ों का बिजली बिल बकाया.
हाथ से पंखा झलने पर मजबूर स्कूली बच्चे-
  • बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में 5 करोड़ 68 लाख रुपये का बिजली बिल बकाया है.
  • इसके चलते महीनों से स्कूली छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
  • इन विधालयों में कमरों में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं हो पाती है.
  • साथ ही उमस के वक्त छात्रों को किताब से हवा करनी पड़ती है.
  • यही स्थिति पिछले साल थी, जब करीब चार करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया था.
  • पिछले साल भी बिल को नहीं भरा गया जिससे पैनल्टी लगने से यह राशि 5 करोड़ 68 लाख रुपये तक पहुंच गई.
  • बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत कुल 2 हजार 399 विद्यालय आते हैं, जिनमें 1 हजार 635 प्राथमिक विधालय तो वहीं 764 जूनियर हाईस्कूल हैं.
  • इन सभी विद्यालयों में कमोबेश बिजली व्यवस्था लंबे समय से ठप्प पड़ी है.

जो ग्रामीण अंचलों के विद्यालय हैं . वहां लोग केबिल काटकर ले जाते हैं, जिसकी वजह से दिक्कत का सामना करना पड़ता है. जिले में शिक्षा विभाग पर करीब 5 करोड़ 68 लाख रुपए का विद्युत बिल बकाया है. जिला पंचायती राज विभाग को विधुत बिल के भुगतान के बारे में शासन से दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं. सभी सरकारी स्कूलों के कनेक्शन जुड़वाने और वहां के भुगतान के बारे में पंचायती राज विभाग को कार्रवाई करनी है.
-अम्बरीष कुमार, बेसिक शिक्षा अधिकारी

Intro:बुलंदशहर जिले के परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से विद्युत कनेक्शन कटे हुए हैं, आलम यह है कि करीब 2000 स्कूलों के कनेक्शन विद्युत बिल का भुगतान न होने की वजह से कटे हुए हैं ,और करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये से भी ज्यादा का विधुत बिल का भुगतान इन परिषदीय विधालयों पर बकाया है।पेश है ईटीवी भारत की पड़तालपूर्ण खबर ।


Body:बुलंदशहर जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में करोड़ों का विद्युत बिल बकाया है, इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को , यही वजह है कि इन विधालयों में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को गर्मी में विधुत कनेक्शन कटे होने के चलते शिक्षार्थियों को कमरों में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था भी नहीं हो पाती है ,ऐसे में कमरों में लगे पंखों के चलने की तो बात ही अलग है। बेसिक शिक्षा के सरकारी स्कूलों में विद्युत व्यवस्था तक भी नहीं है,इन स्कूल्स तक कभी बिजली की लाइनें लगाई तो गयी थीं,लेकिन फिलहाल कनेक्शन कटे पड़े हैं,आलम ये है कि नन्हे नौनिहालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ,वजह जानकार हर कोई चोंक जाएगा,पिछले साल करीब चार करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया था,तो वहीं इस बार अब तक पैनल्टी लगने से और विधुत बिल जमा न कराए जाने की वजह से तकरीबन 5 करोड़ 68 लाख रुपये का भारीभरकम विधुत बिल बाकाये है,जिसका लम्बे अंतराल से भुगतान नहीं हुआ है ।अगर बात की जाए बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले स्कूलों की तो कुल 2399 विद्यालय बेसिक शिक्षा के अंतर्गत जिलेभर में हैं,जिनमे 1635 प्राथमिक विधालय हैं,तो वहीं 764 जूनियर हाईस्कूल आते हैं,

इस बारे में शिक्षा विभाग के अफसरों की मानें तो खासतौर पर जो ग्रामीण अंचलों के विद्यालय हैं , वहां लोग केबिल काटकर ले जाते हैं, जिसकी वजह से दिक्कत का सामना करना पड़ता है स्टूडेंट्स को,

तो वहीं दूसरी वजह भी पूछने पर बीएसए अम्बरीष कुमार यादव बताते हैं कि जिले में करीब 5 करोड़ 68 लाख रुपए का विद्युत बिल बकाया है , तो वहीं अब इसमें नए दिशा निर्देश शासन की तरफ से प्राप्त हुए हैं ,

बीएसए अम्बरीष कुमार यादव कहते हैं कि 14 वें वित्त से जिलापंचायती राज विभाग के द्वारा विधुत बिल के भुगतान के बारे में शासन से दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं,और अब ऐसे सभी सरकारी स्कूलों के कनेक्शन जुड़वाने और वहां के भुगतान के बारे में पंचायती राज विभाग की तरफ से इस और ध्यान दिया जाना है। और अब विधुत बिल का भुगतान 14 वें वित्त से होना है।
बाइट...अम्बरीष कुमार ,बेसिक शिक्षा अधिकारी,बुलन्दशहर ।
पीटीसी...श्रीपाल तेवतिया, बुलन्दशहर





Conclusion:फिलहाल बड़ा सवाल ये है कि जिले के 2399 स्कूल में से सिर्फ 15 से 20 प्रतिशत स्कूलों में जो विधुत के कनेक्शन की बातें जिम्मेदार अफसर कर रहे हैं ,क्या वहां पर भी पर्याप्त सुविधाएं हैं,जबकि करीब दो हजार स्कूलों में शिक्षा लेने वाले हजारों छात्रों को मजबूरन बिना किसी विधुत व्यवस्था के ही शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है,आखिर ऐसे में कैसे पढ़ेगा इंडिया और कैसे बढेगा इंडिया।और आखिर इसकी जिम्मेदारी किसकी ।

9213400888,
बुलन्दशहर ।
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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