बुलंदशहरः जिले में भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर महापंचायत बुलाई गई. इस महापंचायत में सात गांवों के किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. महापंचयत में किसानों ने यह साफ कर दिया कि किसान और किसानी के खिलाफ उठने वाली आवाज बर्दाश्त के बाहर है. साथ ही यह भी कहा कि सरकार को कृषि कानून वापस लेने होंगे.
महापंचायत में उमड़ी किसान की भीड़
किसानों का यह भी कहना है कि खेती को सरकार की नीतियों ने बर्बाद कर दिया है. किसान मिट्टी में मिल गया है. महापंचायत में खेती-किसानी का वजूद बचाने के लिए 06 फरवरी को होने वाले चक्का जाम की रणनीति भी बनाई गई. किसानों का कहना है कि गांव का किसान ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है. इसलिए सरकार के लोग उनको भटका रहे हैं. किसान अपने मुद्दे और परेशानियों से भटक न पाए, इसलिए गांवों में महापंचायत की जा रही है.
हर गांव से जाएगा हर रोज एक ट्रैक्टर जाएगा गाजीपुर बार्डर
किसानों का यह भी कहना है 06 फरवरी को लेकर किसान पूरी तरह तैयार हैं. सड़कों पर किसान चक्का जाम करेंगे और अपना विरोध दर्ज कराएंगे. महापंचायत में यह भी तय किया गया कि क्षेत्र के हर एक गांव से हर रोज एक-एक ट्रैक्टर गाजीपुर बार्डर पर जाएगा.
महापंचायत में शामिल रहे ये गांव
बुलंदशहर की सिकंदराबाद तहसील के गांव सुखलालपुर में आयोजित किसान महापंचयत में बिलसूरी, सरायजगन्नाथ, प्राणगढ़, बुतैना, लालपुर, हीरालाल गढ़ी, नयागांव और शेखपुर के किसान शामिल हुए. कृषि कानूनों के विरोध में आवाज बुलंद की. महापंचायत में जहां भारी संख्या में पुरुष किसान पहुंचे. वहीं महिलाओं की भी खासी तादाद रही.