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...तो अब जेल में बंदियों की फरमाइश होगी पूरी, जानिए क्या है दिलचस्प वजह

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कैदियों के बेहतर मानसिक स्थिति के लिए जिला कारागार में जेल रेडियो कार्यक्रम की शुरुआत होने जा रही है, जिसमें कैदी अपने मन पसंद के गाने सुन सकेंगे.

जिला कारागार बुलंदशहर.
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Published : Sep 12, 2019, 8:22 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जनपद के जिला कारागार में आने वाले कुछ दिनों में बंदी बतौर रेडियो जॉकी अन्य कैदियों का मनोरंजन करते देखे जा सकेंगे. इतना ही नहीं कैदी अपने मन की बात और कैदियों की फरमाइश पर गीत -संगीत भी जेल में बजेगा.

जेल में कैदियों की पूरी होगी फरमाइश.

जेल में बजेगा रेडियो पूरी होगी फरमाइश-

  • बुलंदशहर कारागार में जल्द ही रेडियो कार्यक्रम शुरु होने जा रहा है.
  • रेडियो कार्यक्रम का मकसद कैदियों का मनोरंजन करना है.
  • जिला कारागार ने इसके लिए सभी बंदाबस्त भी पूरे कर लिए हैं.
  • अब तक बीस से ज्यादा बंदियों ने इसके लिए आवेदन कर दिया है.
  • हालांकि कारागार में पहले से ही बंदी बैरकों में मनोरंजन के नाम पर टेलीविजन लगे हुए हैं.
  • जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदी ही रेडियो जाॅकी का काम करेंगे.

ये भी पढ़ें:- खतरे में है इस ऐतिहासिक पुस्तकालय का अस्तित्व, सुभाष चंद्र बोस बनाते थे यहां आजादी की रणनीति

कारागार में निरुद्ध बंदियों को अंतर्मुखी होने से बचाना है और जो कैदी अवसाद, अपराध बोध के चलते तनाव में रहते हैं. उनके माहौल को खुशनुमा बनाने को एक सामाजिक संस्था के द्वारा इसमें सहयोग किया जा रहा है. तमाम बैरकों में कैदी एक साथ कार्यक्रम सुन सकेंगे और कम्युनिटी रेडियो की तरह ही तमाम सहूलियतें रहेंगी. लेकिन जेल की चहारदीवारी में जो भी कार्यक्रम होंगे, उनमें बंदी ही बतौर रेडियो जॉकी रहेंगे.
-ओपी कटियार,जेल अधीक्षक, जिला कारागार

बुलंदशहर: जनपद के जिला कारागार में आने वाले कुछ दिनों में बंदी बतौर रेडियो जॉकी अन्य कैदियों का मनोरंजन करते देखे जा सकेंगे. इतना ही नहीं कैदी अपने मन की बात और कैदियों की फरमाइश पर गीत -संगीत भी जेल में बजेगा.

जेल में कैदियों की पूरी होगी फरमाइश.

जेल में बजेगा रेडियो पूरी होगी फरमाइश-

  • बुलंदशहर कारागार में जल्द ही रेडियो कार्यक्रम शुरु होने जा रहा है.
  • रेडियो कार्यक्रम का मकसद कैदियों का मनोरंजन करना है.
  • जिला कारागार ने इसके लिए सभी बंदाबस्त भी पूरे कर लिए हैं.
  • अब तक बीस से ज्यादा बंदियों ने इसके लिए आवेदन कर दिया है.
  • हालांकि कारागार में पहले से ही बंदी बैरकों में मनोरंजन के नाम पर टेलीविजन लगे हुए हैं.
  • जेल अधीक्षक ने बताया कि कैदी ही रेडियो जाॅकी का काम करेंगे.

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कारागार में निरुद्ध बंदियों को अंतर्मुखी होने से बचाना है और जो कैदी अवसाद, अपराध बोध के चलते तनाव में रहते हैं. उनके माहौल को खुशनुमा बनाने को एक सामाजिक संस्था के द्वारा इसमें सहयोग किया जा रहा है. तमाम बैरकों में कैदी एक साथ कार्यक्रम सुन सकेंगे और कम्युनिटी रेडियो की तरह ही तमाम सहूलियतें रहेंगी. लेकिन जेल की चहारदीवारी में जो भी कार्यक्रम होंगे, उनमें बंदी ही बतौर रेडियो जॉकी रहेंगे.
-ओपी कटियार,जेल अधीक्षक, जिला कारागार

Intro:सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले कुछ दिनों में जिला कारागार में बंदी बतौर रेडियो जॉकी अन्य कैदियों का मनोरंजन करते देखे जा सकेंगे ,इतना ही नहीं कैदी अपने मन की बात ,और कैदियों की फरमाइश पर गीत संगीत भी जेल में बजेगा, इसके लिए खाका तैयार हो चुका है और जेल प्रशासन के द्वारा तमाम तैयारियां लगभग पूरी कर ली गयी हैं,देखिये इटीवी भारत की ये एक्सक्लुसिव खबर ।


Body:हैलो ये जेल रेडियो है ,और आप सुन रहे हैं अपने पसंद के फरमाइशी गीत ,अगला गाना है जिसके सुनने की इच्छा जाहिर की है बैरक नंबर 4 से ,साथ ही अन्य कई बैरक के बंदी भाइयों ने भी इस गीत के लिए फरमाइश की है.... हेलो फ्रेंड्स आप सुन रहे हैं जिला कारागार से ये खास कार्यक्रम , आपके लिए हम लेकर आए हैं मनोरंजन से भरपूर खास कार्यक्रम जिसमें आप जानेंगे अपनी नकारात्मकता कैसे समाप्त की जाए और कैसे अपने हुनर पहचाने, कुछ इसी तरह की आवाजें बुलंदशहर जिला कारागार में जल्द ही सुनने को मिलेंगी , हालांकि अभी यह सब जानकर जरूर कुछ हैरानी हो रही होगी, लेकिन इसके लिए बुलंदशहर जिला कारागार में जेल प्रशासन पूरी तरह से तैयारी कर रहा है ,इस बारे में जेल अधीक्षक ओ.पी कटियार ने इटीवी भारत को बताया कि कारागार में निरुद्ध बंदियों को अंतर्मुखी होने से बचाना है,और जो कैदी अवसाद में रहते हैं ,अपराधबोध के चलते तनाव में रहते हैं, उनके माहौल को खुशनुमा बनाने को एक सामाजिक संस्था के द्वारा इसमें सहयोग किया जा रहा है,तमाम बैरकों में कैदी एक साथ कार्यक्रम सुन सकेंगे,और कम्युनिटी रेडियो की तरह ही तमाम सहूलियतें रहेंगी लेकिन जेल की चारदीवारी में जो भी कार्यक्रम होंगे उनमे बंदी ही बतौर रेडियो जॉकी रहेंगे ,अब तक एक दर्जन से ज्यादा बंदियों ने इसके लिए आवेदन कर दिया है और जेल में निरुध्द बंदी इसकी शुरुआत होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं,और उत्साहित हैं। हालांकि कारागार में पहले से ही बंदियों के बैरकों में मनोरंजन के नाम पर टेलीविजन लगे हुए हैं, लेकिन फिलहाल जिला कारागार प्रशासन की तरफ से की जा रही कोशिशों के बाद जल्द ही कैदी रेडियो जॉकी की भूमिका में नजर नजर आएंगे। बाइट...ओ पी कटियार,जेल अधीक्षक, जिला कारागार,बुलन्दशहर । पीटीसी.....श्रीपाल तेवतिया, बुलन्दशहर।


Conclusion:श्रीपाल तेवतिया, बुलन्दशहर, 9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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