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बुलंदशहर: रेप पीड़िता का हुआ अंतिम संस्कार, सीओ अतुल चौबे निलंबित

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की रेप पीड़िता की दिल्ली में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतका का शव देर रात गांव लाया गया, जहां पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया. ऐहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है.

funeral of bulandshahr rape victim
बुलंदशहर रेप पीड़िता का अंतिम संस्कार.
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Published : Nov 19, 2020, 6:17 AM IST

Updated : Nov 19, 2020, 12:22 PM IST

बुलंदशहर: जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की रेप पीड़िता की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई. बुधवार देर रात मृतका का पार्थिव शरीर उसके गांव पहुंचा, जहां गमजदा माहौल में उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं, इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गृह विभाग ने तत्कालीन सीओ अनूपशहर अतुल चौबे को निलंबित कर दिया.

जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने और अनूपशहर थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़िता एलएलबी की छात्रा के सुसाइड मामले का संज्ञान लेते हुए गृह विभाग ने अनूपशहर सर्किल के सीओ रहे अतुल चौबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. सीओ अतुल चौबे मामले के विवेचक थे. इन दोनों मामलों में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे थे. जिसे देखते हुए एसएसपी ने सीओ को सर्किल से हटाकर पहले ही पुलिस लाइन में अटैच कर दिया था.


डीएम-एसएसपी ने परिजनों को हर संभव मदद का दिया भरोसा
रेप पीड़िता के अंतिम संस्कार से पहले जिलाधिकारी और एसएसपी ने दिन में परिवार के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया था. साथ ही नियमानुसार शासन की ओर से मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि भी मृतका के परिजनों के खाते में ट्रांसफर कर दी गई थी. गौरतलब है कि दिल्ली में इलाज के दौरान नाबालिग किशोरी की मौत हो गई थी. मृतका का कोरोना टेस्ट भी कराया गया था. जानकारी के मुताबिक मृतका की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इसके बाद बुधवार देर रात को किशोरी का शव गांव में पहुंचा.

छावनी में तब्दील रहा गांव
इस दौरान गांव में काफी गहमागहमी का माहौल था. सैकड़ों ग्रामीण नाबालिग बिटिया की मौत से खासे दु:खी थे. एसपी क्राइम, एसडीएम शिकारपुर और एसडीएम अनूपशहर समेत भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी गांव में लगाई गई थी.

परिजनों को समझाने में कामयाब रहे अफसर
खास बात यह है कि ग्रामीणों और परिजनों ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. जिसके बाद प्रशासन ने सूझबूझ से काम लिया. परिवार को समझाने बुझाने के साथ ही प्रशासन ने नियमानुसार तीन लाख 75 हजार रुपये की राशि मृतका के पिता के खाते में तुरंत ट्रांसफर कर दी. जिसके बाद परिजन मृतका का अंतिम संस्कार करने पर राजी हो गए. इस दौरान पूरा गांव छावनी में तब्दील रहा. वहीं रेप पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार होने के बाद जिले के अधिकारियों ने राहत की सांस ली. मृतका के परिवार के सदस्यों को सुरक्षा भी मुहैया करा दी गई है.


पल-पल की हर अपडेट लेते रहे अधिकारी.
मृतका के अंतिम संस्कार के दौरान एडीएम प्रशासन, एसपी सिटी और एसपी देहात भी गांव के बाहर डटे रहे. जबकि एसपी क्राइम, एसडीएम अनूपशहर व एसडीएम शिकारपुर समेत सीओ डिबाई के साथ-साथ वर्तमान में अनूपशहर सीओ की भी जिम्मेदारी निभा रहीं वंदना शर्मा भी दल बल के साथ मौके पर मौजूद रहीं. कई थानों की फोर्स गांव में तैनात थीं. वहीं किसी भी तरह गांव में आक्रोश न पनपे, इसलिए एहतियात के तौर पर पीएसी भी गांव में तैनात थी.

बुलंदशहर: जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की रेप पीड़िता की इलाज के दौरान दिल्ली में मौत हो गई. बुधवार देर रात मृतका का पार्थिव शरीर उसके गांव पहुंचा, जहां गमजदा माहौल में उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं, इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए गृह विभाग ने तत्कालीन सीओ अनूपशहर अतुल चौबे को निलंबित कर दिया.

जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में रेप पीड़िता को जिंदा जलाने और अनूपशहर थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़िता एलएलबी की छात्रा के सुसाइड मामले का संज्ञान लेते हुए गृह विभाग ने अनूपशहर सर्किल के सीओ रहे अतुल चौबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. सीओ अतुल चौबे मामले के विवेचक थे. इन दोनों मामलों में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे थे. जिसे देखते हुए एसएसपी ने सीओ को सर्किल से हटाकर पहले ही पुलिस लाइन में अटैच कर दिया था.


डीएम-एसएसपी ने परिजनों को हर संभव मदद का दिया भरोसा
रेप पीड़िता के अंतिम संस्कार से पहले जिलाधिकारी और एसएसपी ने दिन में परिवार के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया था. साथ ही नियमानुसार शासन की ओर से मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि भी मृतका के परिजनों के खाते में ट्रांसफर कर दी गई थी. गौरतलब है कि दिल्ली में इलाज के दौरान नाबालिग किशोरी की मौत हो गई थी. मृतका का कोरोना टेस्ट भी कराया गया था. जानकारी के मुताबिक मृतका की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इसके बाद बुधवार देर रात को किशोरी का शव गांव में पहुंचा.

छावनी में तब्दील रहा गांव
इस दौरान गांव में काफी गहमागहमी का माहौल था. सैकड़ों ग्रामीण नाबालिग बिटिया की मौत से खासे दु:खी थे. एसपी क्राइम, एसडीएम शिकारपुर और एसडीएम अनूपशहर समेत भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी गांव में लगाई गई थी.

परिजनों को समझाने में कामयाब रहे अफसर
खास बात यह है कि ग्रामीणों और परिजनों ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. जिसके बाद प्रशासन ने सूझबूझ से काम लिया. परिवार को समझाने बुझाने के साथ ही प्रशासन ने नियमानुसार तीन लाख 75 हजार रुपये की राशि मृतका के पिता के खाते में तुरंत ट्रांसफर कर दी. जिसके बाद परिजन मृतका का अंतिम संस्कार करने पर राजी हो गए. इस दौरान पूरा गांव छावनी में तब्दील रहा. वहीं रेप पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार होने के बाद जिले के अधिकारियों ने राहत की सांस ली. मृतका के परिवार के सदस्यों को सुरक्षा भी मुहैया करा दी गई है.


पल-पल की हर अपडेट लेते रहे अधिकारी.
मृतका के अंतिम संस्कार के दौरान एडीएम प्रशासन, एसपी सिटी और एसपी देहात भी गांव के बाहर डटे रहे. जबकि एसपी क्राइम, एसडीएम अनूपशहर व एसडीएम शिकारपुर समेत सीओ डिबाई के साथ-साथ वर्तमान में अनूपशहर सीओ की भी जिम्मेदारी निभा रहीं वंदना शर्मा भी दल बल के साथ मौके पर मौजूद रहीं. कई थानों की फोर्स गांव में तैनात थीं. वहीं किसी भी तरह गांव में आक्रोश न पनपे, इसलिए एहतियात के तौर पर पीएसी भी गांव में तैनात थी.

Last Updated : Nov 19, 2020, 12:22 PM IST
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