बुलंदशहर: कोरोना संक्रमण पर नकेल कसी जा सके इसके लिए डीएम रविन्द्र कुमार ने एक फूलप्रूफ योजना बनाई है. डीएम ने प्रतिदिन संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का रिकॉर्ड रखने के बारे में आदेश दिया है. जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कुछ ऐसी बातों पर विशेष ध्यान दिया गया है जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
बुलंदशहर जनपद की सीमा के अंतर्गत सभी आमजन के अलावा सरकारी, अर्ध सरकारी, निजी, रिटायर्ड अधिकारी, निगम बोर्ड में कार्यरत कर्मचारियों को अपने पास एक डायरी रखना आवश्यक होगा. डायरी में वह रोजाना अपने संपर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का रिकॉर्ड रखेंगे. इससे यह पता चल सकेगा कि जांच में कोरोना पॉजिटिव वाले मरीज के संपर्क में कौन-कौन व्यक्ति आया है.
जिले में हर व्यक्ति को पास रखनी होगी डायरी
यदि कोरोना पॉजिटिव मरीज के पास डायरी में दर्ज लोगों के नाम होंगे तो वह यदि जांच के लिए सामने नहीं आते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एक तरफ उनके इस आदेश से कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने में आसानी होगी. वहीं दूसरी तरफ जांच का दायरा भी बढ़ेगा.
डीएम के आदेश में लिखा गया है कि संपूर्ण प्रदेश में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 और उत्तर प्रदेश महामारी कोविड 19 विनियमावली 2020 को प्रभावी कर दिया गया है. बुलंदशहर में कई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिलने के साथ-साथ जिले की राजस्व सीमा से लगे अन्य जनपदों में भी कोरोना पॉजिटिव लोग पाए गए हैं.
उन्होंने स्पष्ट रूप से आदेश दिया है कि यदि किसी व्यक्ति को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसके पास दैनिक रिकॉर्ड की डायरी नहीं होगी, तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल डीएम की इस कोशिश के पीछे की मंशा सिर्फ यही है कि इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.