बुलन्दशहर: देश के प्रसिद्ध शिवालयों में से एक 70 फीट ऊंचे शिवलिंग द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ की ख्याति प्रदेश में ही नहीं बल्कि देशभर में है. यहां हर दिन शिवभक्तों का तांता लगा करता है. वहीं महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां मेले जैसा माहौल रहता है. भक्तों का मानना है कि यहां आने से उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
ये है इस शिवालय की विशेषता
विश्व के सबसे विशाल शिवलिंग में से एक शिवलिंग बुलन्दशहर में है. ये शिवालय दुनिया के सबसे बड़े शिवालयों में से एक है. इस शिवालय की ऊंचाई 70 फिट है. शिवभक्त शिवालय को द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ के नाम से जानते हैं. इस शिवालय की विशेषता ये है कि यहां एक साथ बारह ज्योतिर्लिंगों की स्थापना की गई है ताकि शिवभक्तों को एक ही जगह सभी ज्योतिर्लिंग के दर्शन का लाभ मिल सके.
2009 अक्षय तृतीया पर रखी गई थी नीव
इस सिद्ध महापीठ का निर्माण विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य मनजीत धर्मध्वज ने शिव प्रेरणा से कराया था. आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि यहां साल 2009 में गर्भ साधना के दौरान भगवान शंकर ने उन्हें दर्शन दिए थे. उनकी मानें तो शिवदर्शन के बाद आचार्य ने शिव प्रेरणा से मैथनी ज्योतिष के अनुसार 2009 में ही अक्षय तृतीया को इस शिवालय सिद्ध महापीठ की नींव रखी थी.
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भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग हैं विराजमान
2009 से महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ का निर्माण कार्य शुरू होकर अप्रैल 2018 में अक्षय तृतीया को सिद्ध महापीठ में बारह ज्योतिर्लिंगों के साथ महालिंगेश्वर भगवान, मां पार्वती, भगवान कार्तिकेय एवं गणेश के साथ कालभैरव और वीरभद्र भगवान यहां विराजते हैं.
दूर-दराज से आते हैं श्रद्धालु
भगवान महालिंगेश्वर की प्रसिद्धि दूर-दूर तक शिवभक्तों में फैल चुकी है. यहां प्रतिदिन असंख्य श्रद्धालु द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर दर्शन करने आते हैं. वहीं प्रत्येक सोमवार के दिन महालिंगेश्वर भगवान का विभिन्न प्रकार से श्रृंगार भी किया जाता है. सिद्ध महापीठ पर राष्ट्रहित के लिए विशेष तिथियों में अनुष्ठान और महाभिषेक किए जाते हैं.
सर्पदोष दूर करने के लिए होती है विशेष पूजा
मान्यता है कि सर्पदोष की विशेष पूजा सिद्ध महापीठ पर रुद्राष्टाध्यायी के साथ महालिंगेश्वर का जलाभिषेक कराकर की जाती है. यहां आने वाले भक्तों में न सिर्फ प्रदेश और देशभर से श्रद्धालु आते हैं बल्कि देश के बाहर से भी भक्त भी यहां शिव दर्शन के लिए आते हैं.