बुलंदशहर : शासन के आदेश के बाद रविवार को डायट परिसर में अंतर जनपदीय स्थानांतरण के तहत आए शिक्षकों को स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई. इसी बीच काउंसलिंग प्रक्रिया में अफसरों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए शिक्षकाओं ने जमकर हंगामा किया. हंगामा बढ़ने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी. शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अफसरों पर आरोप लगाया कि दूर दराज के स्कूलों में नियम विरुद्ध पोस्ट दी जा रही है. नजदीक के ब्लॉक और स्कूलों में रिक्त स्थानों पर पोस्टिंग नहीं दी जा रही है.
आवंटन प्रक्रिया में धांधली का आरोप
दरअसल, बुलन्दशहर के डायट परिसर में महिला-पुरुष शिक्षकों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन पक्षपात के चलते हंगामा शुरू हो गया. शिक्षकाओं ने रिक्त पदों के सापेक्ष कम स्थान जारी करने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि 468 पदों के सापेक्ष 385 पदों पर ट्रांसफर से आए शिक्षकों को स्कूल आवंटन किया गया, वहीं शेष पदों को जुगाड़ टेक्निक से भरने का शिक्षकों ने आरोप लगाया.
पुरुष व महिला शिक्षकों ने जमकर कार्यालय के अंदर हंगामा किया. डायट परिसर में हंगामा इतना बढ़ गया कि स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस शिक्षकों को समझाने का प्रयास करने लगी, लेकिन बावजूद इसके शिक्षक मानने को तैयार नहीं थे. शिक्षकाओं का कहना है कि वह दूरदराज से अपना जनपद छोड़कर यहां आयी हैं और उसके बाद उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है. जुगाड़ और लालच देकर लोग अपनी मनचाही पोस्टिंग ले लेते हैं लेकिन जो लोग जुगाड़ नहीं लगवा पाते हैं उन लोगों को दूरदराज भेज दिया जाता है. इन्हीं आरोपों को लगाकर शिक्षकाओं ने जमकर हंगामा किया. वहीं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी ने भी मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराने में जुटे रहे.
शिक्षकाओं का हंगामा और प्रदर्शन का वीडियो टीचरों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. थोड़ी देर में उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंच गया. आनन-फानन में ट्रांसफर प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया. दूसरी तरफ जनपद के बीएसए अखंड प्रताप सिंह शटर के पीछे खड़े होकर शिक्षकों को संबोधित करने के साथ धमकाते नजर आए.