बुलंदशहरः दीपावली के बाद से दिल्ली एनसीआर समेत बुलंदशहर की आबोहवा में कहीं कोई अंतर नहीं दिखाई दे रहा है. यही वजह है कि आम आदमी का घर से निकलना दूभर हो गया है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी अपने स्तर से मॉनिटरिंग कर रहे हैं, तो वहीं जिला प्रशासन भी सख्त हो चला है और वातावरण को सामान्य स्तर पर लाने के लिए कवायदें कर रहा हैं.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कर रहा निगरानी
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के जेई कुंवर संतोष बताते हैं कि जो माहौल इस वक्त बना हुआ है, वह काफी खतरनाक है. पॉल्यूशन का स्तर बुलंदशहर में काफी ज्यादा है. अगर बात की जाए तो 31 अक्टूबर को सबसे ज्यादा बुलंदशहर में 475 के ऊपर एक्यूआई रह चुका है. फिलहाल जिले में सभी तरह के निर्माण कार्यों को बंद कराने की बात कही जा रही है.
टीम बनाकर की जा रही मॉनिटरिंग
दूसरी तरफ पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने निगरानी टीम बनाकर क्षेत्र में छोड़ी हुई हैं, इतना ही नहीं खासतौर से धुआं फैलाने वाली इकाइयों पर लगाम लगाई गई है. जिले में कहीं भी पराली ना जलाई जाए इसके लिए जिला प्रशासन ने अलग से तैयारी की है. जिले के अफसर मानते हैं कि आने वाले कुछ दिनों में स्थिति सामान्य हो सकती है, इस समय मौसम ने करवट भी ली है और देर शाम को तेज हवाएं भी यहां शुरू हुई हैं. जिसके बाद माना जा रहा है कि ये धुंध कुछ छंट सकती है.
इस समय मौसम में नमी है, जिसकी वजह से पटाखों का धुंआ और किसानों के द्वारा धान की पराली जलाए जाने से खासतौर पर ये दिक्कत होती है. फिलहाल सभी तरह के निर्माण कार्य भी बंद जिले के प्रशासनिक अफसरों के द्वारा कराने की बात कही गयी हैं ताकि माहौल में सुधार हो सके.