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बुलंदशहर में छाया धुंध का गुबार, AQI पौने चार सौ के पार - बुलन्दशहर एयर क्वालिटी इंडेक्स

यूपी के बुलंदशहर में एक बार एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा हुआ है, जिसके कारण आम आदमी को सांस लेना दूभर हो रहा है. वहीं अस्पतालों में भी सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है.

डॉक्टर राजीव वर्मा, ईएमओ
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Published : Nov 14, 2019, 12:03 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: दिल्ली-एनसीआर समेत बुलन्दशहर फिर एक बार धुंध की भयंकर चपेट में है, जिसके चलते आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और फिर एक बार आम आदमी की हालत खराब होती दिख रही है. जहां आम आदमी का खुले आसमान तले सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है, तो वहीं अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती दिख रही है और हर तरफ आसमान में सिर्फ और सिर्फ धूल ही नजर आ रही है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा होता दिख रहा है.

जिले में छाया धुंध का गुबार.

वातावरण दूषित होने से अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
दीपावली के बाद लगातार धुंध बढ़नी शुरू हुई थी, लेकिन पिछले सप्ताह के अंत में 207 तक जिले में एक्यूआई में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन मंगलवार से अचानक फिर एक बार खुले आसमान में धूल के गुबार ने हर किसी को परेशान करके रख दिया, आसमानी आफत से हर कोई प्रभावित हो रहा है. आलम यह है कि आम आदमी का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है, जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है, बिना काम के घरों से न निकलने की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं. दूषित वातावरण के चलते खास तौर से आंखों में जलन ,इन्फ़ेक्शन, खांसी आदि के मरीजों की संख्या बढ़ गई है.

पढ़ें: डिप्रेशन के चलते सिपाही ने खुद को मारी गोली, हुई मौत

मरीजों की संख्या बढ़ गई है. खांसी और सांस के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. क्योंकि धूल के कण सांस लेने के साथ अंदर चले जाते हैं, जिससे लोगों को इंफेक्शन हो जाता है.
डॉ. राजीव वर्मा, ईएमओ

बुलंदशहर: दिल्ली-एनसीआर समेत बुलन्दशहर फिर एक बार धुंध की भयंकर चपेट में है, जिसके चलते आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और फिर एक बार आम आदमी की हालत खराब होती दिख रही है. जहां आम आदमी का खुले आसमान तले सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है, तो वहीं अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती दिख रही है और हर तरफ आसमान में सिर्फ और सिर्फ धूल ही नजर आ रही है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा होता दिख रहा है.

जिले में छाया धुंध का गुबार.

वातावरण दूषित होने से अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
दीपावली के बाद लगातार धुंध बढ़नी शुरू हुई थी, लेकिन पिछले सप्ताह के अंत में 207 तक जिले में एक्यूआई में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन मंगलवार से अचानक फिर एक बार खुले आसमान में धूल के गुबार ने हर किसी को परेशान करके रख दिया, आसमानी आफत से हर कोई प्रभावित हो रहा है. आलम यह है कि आम आदमी का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है, जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है, बिना काम के घरों से न निकलने की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं. दूषित वातावरण के चलते खास तौर से आंखों में जलन ,इन्फ़ेक्शन, खांसी आदि के मरीजों की संख्या बढ़ गई है.

पढ़ें: डिप्रेशन के चलते सिपाही ने खुद को मारी गोली, हुई मौत

मरीजों की संख्या बढ़ गई है. खांसी और सांस के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. क्योंकि धूल के कण सांस लेने के साथ अंदर चले जाते हैं, जिससे लोगों को इंफेक्शन हो जाता है.
डॉ. राजीव वर्मा, ईएमओ

Intro:दिल्ली एनसीआर समेत बुलन्दशहर फिर एक बार धुंध की भयंकर चपेट में है ,आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, फिर एक बार आम आदमी की हालत खराब हो चुकी है,आम आदमी का खुले आसमान तले सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है तो वहीं हॉस्पिटल्स में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।हर तरफ आसमान में सिर्फ और सिर्फ धूल नजर आ रही है।एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा हो रहा है।पेश है यार विशेष रिपोर्ट।


Body:दीपावली के बाद लगातार धुंध बढ़नी शुरू हुई थी,लेकिन पिछले सप्ताह के अंत में 207 तक बुलन्दशहर में ए एक्यू आई में गिरावट दर्ज की गई थी,लेकिन मंगलवार से अचानक फिर एक बार खुले आसमान में धूल के गुबार ने हर किसी को परेशान करके रख दिया,आसमानी आफत से हर कोई प्रभावित हो रहा है,आलम यह है कि आम आदमी का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है, जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है,बिना काम के घरों से न निकलने की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं, घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है जहां पिछले दिनों इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई थीवहीं अचानक मंगलवार को इसमें प्रदूषण फिर खतनाक स्टेज पर है,दूषित वातावरण के चलते खास तौर से आंखों में जलन ,इन्फ़ेक्शन,खांसी आदि के मरीजों की संख्या बढ़ गई है,हॉस्पिटल्स में हर रोज खासी तादाद में मरीज पहुंच रहे हैं,
एनएच-91 और एनएच-205 पर जो हमने विजिबिलिटी देखी तो यह विजिबिलिटी लगभग 50 से 70 मीटर के बीच में नजर आ रही थी ,वाहन चालक अपने चौपहिया वाहनों को बहुत धीरे धीरे चला रहे थे और सड़क के दोनों और धुंध छाई हुई थी पॉल्यूशन विभाग की मानें तो आगे और कुछ दिन यही माहौल बना रह सकता है ,जिससे लोगों को परेशानी और भी बढ़ सकती हैं इसलिए डॉक्टर सलाह दे रहे हैं कि घर में ही रहें बाहर बिना काम के न निकलें।फिलहाल 376 तक एक्यूआई फिंच गया है।
बाइट.....गोविंद शंकर श्रीवास्तव,क्षेत्रीय अधिकारी,क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,बुलन्दशहर।
बाइट....डॉक्टर राजीव वर्मा,ईएमओ जिला अस्पताल बुलन्दशहर।
पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया, ईटीवी भारत,बुलंदशहर।




Conclusion:9213400888.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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