बुलंदशहर: दिल्ली-एनसीआर समेत बुलन्दशहर फिर एक बार धुंध की भयंकर चपेट में है, जिसके चलते आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और फिर एक बार आम आदमी की हालत खराब होती दिख रही है. जहां आम आदमी का खुले आसमान तले सांस लेना भी दुश्वार हो रहा है, तो वहीं अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती दिख रही है और हर तरफ आसमान में सिर्फ और सिर्फ धूल ही नजर आ रही है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स में भी इजाफा होता दिख रहा है.
वातावरण दूषित होने से अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
दीपावली के बाद लगातार धुंध बढ़नी शुरू हुई थी, लेकिन पिछले सप्ताह के अंत में 207 तक जिले में एक्यूआई में गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन मंगलवार से अचानक फिर एक बार खुले आसमान में धूल के गुबार ने हर किसी को परेशान करके रख दिया, आसमानी आफत से हर कोई प्रभावित हो रहा है. आलम यह है कि आम आदमी का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है, जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है, बिना काम के घरों से न निकलने की सलाह डॉक्टर्स मरीजों को दे रहे हैं. दूषित वातावरण के चलते खास तौर से आंखों में जलन ,इन्फ़ेक्शन, खांसी आदि के मरीजों की संख्या बढ़ गई है.
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मरीजों की संख्या बढ़ गई है. खांसी और सांस के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. क्योंकि धूल के कण सांस लेने के साथ अंदर चले जाते हैं, जिससे लोगों को इंफेक्शन हो जाता है.
डॉ. राजीव वर्मा, ईएमओ