बुलंदशहर: कोरोना महामारी के दौर में फीस माफी की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (महाशक्ति गुट) के कार्यकर्ताओं ने बीएसए दफ्तर का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूलने के लिए अभिभावकों पर दवाब बनाने का आरोप लगाया. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विद्यालय प्रबंधकों द्वारा बार-बार फोन करके फीस के लिए दवाब बनाया जा रहा है.
यूनियन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कोरोना काल के दौरान स्कूलों द्वारा फीस वसूली न की जाए इस संबंध में जिला प्रशासन को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं. कोई समाधान होता नजर नहीं आ रहा है. इसी को लेकर सोमवार को संगठन के कार्यकर्ताओं ने एकजुटता दिखाते हुए बीएसए दफ्तर पर हल्ला बोल दिया. इस दौरान कार्यकर्ता बेसिक शिक्षा अधिकारी के दफ्तर के मुख्यालय पर ताला लगाकर धरना प्रदर्शन पर बैठ गए.
यहां कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी से जल्द से जल्द स्कूलों की फीस माफी को लेकर उचित कदम उठाने की मांग की. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं किया गया तो यह आंदोलन और भी उग्र हो सकता है.
बेसिक शिक्षा अधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के निजी विद्यालयों के प्रबंधकों की एक मीटिंग बुलाने वाले हैं, जिसमें फीस माफी के सम्बंध में वार्ता की जाएगी. वहीं, नेता भारतीय किसान यूनियन (महाशक्ति गुट), ठाकुर धर्मेंद्र सिंह जिला ने कहा कि प्रशासन वादा खिलाफी कर रहा है. कोरोना काल में किसान मजदूरों के परिवारों पर फीस वसूली के लिए दबाव भी निजी स्कूलों की तरफ से बनाया जा रहा है, जिसका संगठन लगातार मजबूती से विरोध करता आ रहा है.