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बुलन्दशहर: जलस्तर में गिरावट, जलशक्ति अभियान चलाकर जलसंचयन की तैयारी

जनपद में जलस्तर के तेजी से घट रहा है. प्रशासनिक अफसरों द्वारा जिले में जलशक्ति अभियान चलाया हुआ है, जिसमें जल के संचयन को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं. यह अभियान 1 जुलाई से प्रारम्भ हुआ है और सितंबर के अंत तक चलेगा.

जलशक्ति अभियान से जलसंचयन की तैयारी
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Published : Jul 22, 2019, 1:01 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: दिल्ली-एनसीआर में कम होते जलस्तर का असर अब उसके करीबी जिले बुलंदशहर में भी तेजी से देखा जाने लगा है. जिले के 8 ब्लॉक पानी की कमी से अब जूझना शुरू हो गए हैं. यहां के 3 ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं, जबकि पांच ब्लॉक में क्रिटिकल स्थिति बनी हुई है. प्रशासन जलशक्ति अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर जल बचाने के लिए प्रत्साहित कर रहा है.

जलशक्ति अभियान से जलसंचयन की तैयारी.

जलशक्ति अभियान से गिरते जलस्तर को बचाने की मुहिम -

  • बुलन्दशहर में जलस्तर तेजी से घट रहा है.
  • जिले के 8 ब्लॉक पानी की कमी से अब जूझने शुरू हो गए हैं.
  • 3 ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं.
  • सिकन्दराबाद ब्लॉक, गुलावठी ब्लॉकऔर बुलन्दशहर बालोक ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं.
  • पांच ब्लॉक जिनमें बीबीनगर, दानपुर, खुर्जा, शिकारपुर और पहासू में भी स्थिति ठीक नहीं है.
  • जिला प्रशासन ने जिले मेंं जलशक्ति अभियान चलाया हुआ है जो कि 1 जुलाई से प्रारम्भ है और सितंबर के अंत तक चलेगा.
  • वाटरवेस्टिंग, वर्षा के जल का संचयन आदि चीजें बताई जा रही है.
  • ग्रामीण एरिया में तालाबों को बनाया जा रहा है और ठीक कराया जा रहा है.
  • अफसरों को जमीन पर काम करने के लिए निर्देशित किया गया है और इसकी मॉनिटरिंग भी जिले के शीर्ष अधिकारी कर रहे हैं.

बुलंदशहर: दिल्ली-एनसीआर में कम होते जलस्तर का असर अब उसके करीबी जिले बुलंदशहर में भी तेजी से देखा जाने लगा है. जिले के 8 ब्लॉक पानी की कमी से अब जूझना शुरू हो गए हैं. यहां के 3 ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं, जबकि पांच ब्लॉक में क्रिटिकल स्थिति बनी हुई है. प्रशासन जलशक्ति अभियान चलाकर लोगों को जागरूक कर जल बचाने के लिए प्रत्साहित कर रहा है.

जलशक्ति अभियान से जलसंचयन की तैयारी.

जलशक्ति अभियान से गिरते जलस्तर को बचाने की मुहिम -

  • बुलन्दशहर में जलस्तर तेजी से घट रहा है.
  • जिले के 8 ब्लॉक पानी की कमी से अब जूझने शुरू हो गए हैं.
  • 3 ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं.
  • सिकन्दराबाद ब्लॉक, गुलावठी ब्लॉकऔर बुलन्दशहर बालोक ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं.
  • पांच ब्लॉक जिनमें बीबीनगर, दानपुर, खुर्जा, शिकारपुर और पहासू में भी स्थिति ठीक नहीं है.
  • जिला प्रशासन ने जिले मेंं जलशक्ति अभियान चलाया हुआ है जो कि 1 जुलाई से प्रारम्भ है और सितंबर के अंत तक चलेगा.
  • वाटरवेस्टिंग, वर्षा के जल का संचयन आदि चीजें बताई जा रही है.
  • ग्रामीण एरिया में तालाबों को बनाया जा रहा है और ठीक कराया जा रहा है.
  • अफसरों को जमीन पर काम करने के लिए निर्देशित किया गया है और इसकी मॉनिटरिंग भी जिले के शीर्ष अधिकारी कर रहे हैं.
Intro:दिल्ली-एनसीआर में जल स्तर तेजी से नीचे को खिसकता जा रहा है,यहां तेजी से दोहन हो रहा है ,तो वही एनसीआर का जिला बुलंदशहर भी इससे अछूता नहीं है ,यहां भी जिले के 8 ब्लॉक पानी की कमी से अब जूझने शुरू हो गए हैं, आलम यह है कि यहां के 3 ब्लॉक पूरी तरह से क्रिटिकल डार्क जोन घोषित हैं,जबकि पांच ब्लॉक में क्रिटिकल स्थिति बनी हुई है, जिसके लिए तमाम प्रयास जनशक्ति अभियान चलाकर जिले के प्रशासनिक अफसरों के द्वारा किए जा रहे हैं।देखिये इटीवी भारत की ये खास खबर।


Body:देश की राजधानी से करीब 70 किलोमीटर दूर है यूं तो पश्चिमी यूपी का सबसे बड़ा जिला बुलंदशहर ,लेकिन अब जहां एक तरफ दिल्ली एनसीआर में धरती की कोख सूखने लगी है उसका असर एनसीआर के इस जिले में भी पड़ रहा है आलम ये है कि यहां जलस्तर तेजी से घट रहा है ,और अगर बात की जाए यहां के हालात की तो यहां भी अब पानी दिन ब दिन कम होता जा रहा है,धरती माँ की पकड़ भी पानी से छूटती जा रही है,नल कूप जवाब देने लगे हैं,यही वजह है कि अब तक यहां के तीन ब्लॉक अतिदोहित यानी मेजर क्रिटिकल घोषित हो चुके हैं,जिनमे सबसे आगे है एन एच 91 के पास में पड़ने वाला सिकन्द्राबाद ब्लॉक इस क्षेत्र में ही जिले का इंडस्ट्रियल एरिया भी शामिल है ,तो वहीं दूसरी भयाभय स्थिति गुलावठी ब्लॉक की है,जबकि तीसरे नम्बर पर खुद बुलन्दशहर बालोक है ,यहां काफी गम्भीर हालात बन चुके हैं ।जबकि इसके अलावा 5 अन्य ब्लॉक भी क्रिटिकल की श्रेणी में पाए गए हैं यहां भी धरती की कोख दिन ब दिन सूखती जा रही है,हालांकि यहां अभी हालात इतने खराब नहीं हैं, लेकिन फिर भी ये पांच ब्लॉक जिनमे बीबीनगर,दानपुर,ख़ुर्जा,शिकारपुर, और पहासू शामिल हैं को भी अतिदोहित इलाका मन जा रहा है और इन एरिया को क्रिटिकल डार्कजोन में गिना जा रहा है ।
अब फिक्र होना लाज़िमी है जिले के प्रशासनिक अफसरों को इसकी फिक्र है, इन दिनों जिले में जलशक्ति अभियान चलाया हुआ है जो कि 1 जुलाई से प्रारम्भ हुआ है यह,जो कि सितंबर के अंत तक चलेगा,जिसके लिए जिले के प्रशासनिक अफसरों को सख्त हिदायतें जिले के कई विभागों को दी गयी हैं,जिसके अंतर्गत वाटरहारवेस्टिंग,जैसे विषयों पर घण्टे से विचार किया जा रहा है,और मकसद एक है कि वर्षा के इस सीजन में अध्य्कः से अधिक वर्षा के जल का संचयन कैसे भी किया जाए,अधिकारियों का कहना है कि जहां सम्बन्धित महकमे को अफसरों को जमीन पर काम करने के लिए निर्देशित किया गया है और इसकी मॉनिटरिंग भी जिले के शीर्ष अधिकारी कर रहे हैं,ग्रामीण एरिया में तालाबों को बनाया जा रहा है ठीक किया जा रहा है,नए तालाब बनाये जाने पर भी काम हो रहा है,क्योंकि अगले कुछ माह बरसाती सीजन है तो अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर जल के संचयन को तमाम जरूरी कवायदें करने को हिदायतें दी गयी हैं,ग्रामीण एरिया से लेकर नगरीय क्षेत्र तक लोगों को जागरूक किया जा रहा है कइनकी अगर इसके लिए अभी उओआय नहीं किये गए तो कंक्रीट की दीवारों और बंजर जमीन पर जीवन न सिर्फ प्रभावित होगा बल्कि बिना जल के जीना भी मुश्किल होगा,

बाइट....सर्वेश चन्द्र,परियोजना निदेशक,जिला ग्राम्य विकास अभिकरण,बुलन्दशहर।





Conclusion:ईटीवी भारत इस जनसरोकार के मुद्दे पर न सिर्फ इस अभियान का हिसा है, बल्कि हमारी कोशिश है कि लोग जागरूक हों और इस आने वाली विकराल समस्या को समझते हुए पानी का बेवजह का दोहन तुरन्त रोक दें...क्योंकि जल रहेगा तो कल रहेगा।
श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888,
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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