बुलंदशहर: जिले के ककोड़ स्थित क्वारंटाइन सेंटर में 18 वर्षीय एक युवती की मौत हो गई. युवती का परिवार हरदोई का रहने वाला था और जिले के देवाल क्षेत्र में किराये पर रहता था. युवती के पिता यहां रहकर मजदूरी करते थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान काम नहीं मिलने की वजह से वह पूरे परिवार के साथ हरदोई अपने घर जा रहे थे.
प्रशासन के मुताबिक युवती बीते पांच माह से बीमार थी, लेकिन उसके परिवार ने ये बात प्रशासन को नहीं बताई. प्रशासन ने बताया कि बीती रात सिकंदराबाद टोल पर हरदोई जा रहे परिवार को रोक कर काकादेव डिग्री कॉलेज के सामने सैनी फार्म हाउस में बने क्वारंटाइन सेंटर भेज में दिया गया.
पांच महीने से बीमार थी युवती
जिला प्रशासन के मुताबिक युवती पिछले पांच माह से बीमार चल रही थी और वह पैदल चलने की स्थिति में नहीं थी, लेकिन परिवार ने ये जानकारी प्रशासन के साथ साझा नहीं की. जिला प्रशासन का कहना है कि क्वारंटाइन सेंटर पर मौजूद चिकित्सक के बार-बार पूछे जाने पर भी युवती के पिता ने उसके बीमार होने की बात छिपाई.
जिला प्रशासन के मुताबिक सोमवार को युवती की तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई. युवती की मौत के बाद उसके पिता ने युवती के पहले से बीमार होने के बारे में जानकारी दी. साथ ही दवा के पर्चे और एक्स-रे रिपोर्ट दिखाई.
बताया जा रहा है कि युवती का पिता परिवार के साथ घर जाना चाहता था और उसे डर था कि बेटी की बीमारी की बात जानने के बाद प्रशासन के लोग उसे क्वारंटाइन सेंटर में ही रोक देंगे, जिसकी वजह से उसने अपनी बेटी की बीमारी की बात जिला प्रशासन से छिपाई.
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