बुलंदशहर: पूर्व विधायक श्रीभगवान शर्मा पर लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने, मास्क न लगाने समेत कई धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं. इस पर उन्होंने अपना बचाव रखते हुए कहा कि उन्होंने प्रवासी मजदूरों को सहयोग करके भारत का जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाया है. उन्होंने लॉकडाउन का कोई उल्लंघन नहीं किया. उनके खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर से वह दुखी हैं.
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फिलहाल पूर्व विधायक ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अपनी सफाई पेश की. उन्होंने कहा कि अपने घर के सामने से निकलने वाले राहगीरों की मदद करने की कोशिश की थी. उन्होंने फेसबुक लाइव पर भी सफाई दी. विधायक का कहना है कि उनका प्रयास यह था कि प्रशासन को वह आइना दिखाएं कि लोग किस तरह से परेशान होकर पैदल और साइकिलों से घर जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी तरह का कोई नियम नहीं तोड़ा. साथ ही उन्होंने डिबाई में कुछ दिनों पूर्व दर्ज हुई एफआईआर के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में साधुओं की हत्या हो जाती है. ऐसे में अगर वह वहां न जाएं, ऐसा संभव नहीं है.