बुलंदशहर: सरकारी योजनाओं को जमीन पर ठीक से नहीं उतारना अब जिले के ग्राम प्रधानों को भारी पड़ रहा है. यही वजह है कि लगातार जिले में प्रशासन ऐसे गैर जिम्मेदार प्रधानों के खिलाफ एक्शन ले रहा है. जिन्होंने सिर्फ कागजी दस्तावेजों में ही योजनाओं का क्रियान्वयन किया है.
102 ग्राम प्रधानों के खिलाफ हुई है शिकायत
जिले में यहा पिछले 3 महीने में 102 ग्राम प्रधानों के खिलाफ शपथ पत्रों पर शिकायतें की गई हैं, जबकि 69 ग्राम प्रधानों के खिलाफ जांच जिले के अलग-अलग विभाग के अधिकारियों के द्वारा की जा रही हैं. करीब 46 ग्राम प्रधानों के खिलाफ जांच पूरी भी यहां हो चुकी हैं. इनके बारे में जिलाधिकारी कार्यालय में इनकी फाइल पहुंचा दी गयी है. 23 जांच लंबित हैं, जिन्हें जल्द पूरी करने की बातें भी यहां अधिकारी कर रहे हैं.
शौचालय निर्माण में ग्राम प्रधानों की गड़बड़ी
अधिकांश शिकायत जिले में ग्राम प्रधानों की सामने आई हैं. उनमें शौचालय निर्माण में गड़बड़ी के सर्वाधिक लापरवाही बरते जाने के आरोप है. तो वहीं टाइल्स कार्य में लंबाई और चौड़ाई जगह -जगह गलत दिखाई गई है. गौशालाओं में गोवंश की दुर्गति के आरोप भी लगातार ग्राम प्रधानों पर यहां लगे हैं. तो वहीं अन्य योजनाओं में भी लापरवाही ग्राम प्रधानों की सिद्ध हुई है, जिम्मेदार अधिकारी मानते हैं कि लापरवाही बरतने वाले और गड़बड़ घोटाला करने वाले प्रधानों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
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सरकारी योजनाओं में घोटाले के आरोप प्रधानों पर बड़ी संख्या में लग रहे हैं. 69 ग्राम प्रधानों के कार्यों की जांच भी कराई जा रही है. 46 ग्राम प्रधानों की जांच पूर्ण हो चुकी है , जबकि 23 प्रधानों की जांच वर्तमान में अलग-अलग अधिकारियों के द्वारा की जा रही है.
-सुधीर कुमार रुंगटा, मुख्य विकास अधिकारी