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बिजनौर में गंगा का बढ़ा जलस्तर, प्रशासन ने जारी किया हाई अलर्ट - बिजनौर में बाढ़ का कहर

बिजनौर में पुलिस प्रशासन ने गंगा किनारे बसे लोगों से सुरक्षित जगह जाने की अपील की है. बारिश से गंगा का स्तर लगातार बढ़ रहा है.

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बिजनौर में गंगा का बढ़ा जलस्तर
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Published : Jul 1, 2022, 11:03 PM IST

बिजनौर: पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश से लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है. लेकिन बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिसकी वजह से गंगा किनारे बसे कई गांव में बाढ़ का खतरा मडराने लगा है. पुलिस प्रशासन ने गंगा किनारे बसे लोगों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है. पुलिस ने गांव-गांव जाकर ऐलान किया है कि गंगा पार से पशुओं के लिए चारा न लाएं. साथ ही गंगा के टापू पर बसे लोग जगह खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाए. गौरतलब है कि बिजनौर में 80 -90 किलोमीटर के दायरे में गंगा किनारे 101 गांव आते हैं. जिसमे हर साल दो दर्जन से ज्यादा गांव में बाढ़ में डूब जाते हैं.

हालांकि, पुलिस प्रशासन गंगा किनारे स्ट्डस भी लगाता है, लेकिन गंगा का तेज बहाव लकड़ी की बनी बल्लियां को भी डूबो देता है. गंगा के बढ़ते जलस्तर के बाद कोहरपुर में कटान होने लगी है. गंगा किनारे बसे सैकड़ो ग्रामीणों की हजारों बीघा लहलहाती फसल गंगा के कटान में समां गई है. लोग चहाते है कि इस बार प्रशासन ऐसा कोई इंतजाम कर दे ताकि खेती की जमीन और घर गंगा की चपेट में आने से बच जाए.

यह भी पढ़ें:प्रयागराज: केन और बेतवा नदी में छोड़ा गया पानी, गंगा-यमुना का बढ़ा जलस्तर

इधर गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुलिस प्रशासन के अफसरों ने गंगा किनारे खादर में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह दिया है. गंगा किनारे टापू पर रह रहे लोगों को भी अपना स्थान बदलने की सख्ती से चेतावनी दे दी है. यही वजह है ग्रामीण व पशु गंगा पार करके तेजी से सुरक्षित स्थानों पर जा रहे है.


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बिजनौर: पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश से लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है. लेकिन बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिसकी वजह से गंगा किनारे बसे कई गांव में बाढ़ का खतरा मडराने लगा है. पुलिस प्रशासन ने गंगा किनारे बसे लोगों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है. पुलिस ने गांव-गांव जाकर ऐलान किया है कि गंगा पार से पशुओं के लिए चारा न लाएं. साथ ही गंगा के टापू पर बसे लोग जगह खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाए. गौरतलब है कि बिजनौर में 80 -90 किलोमीटर के दायरे में गंगा किनारे 101 गांव आते हैं. जिसमे हर साल दो दर्जन से ज्यादा गांव में बाढ़ में डूब जाते हैं.

हालांकि, पुलिस प्रशासन गंगा किनारे स्ट्डस भी लगाता है, लेकिन गंगा का तेज बहाव लकड़ी की बनी बल्लियां को भी डूबो देता है. गंगा के बढ़ते जलस्तर के बाद कोहरपुर में कटान होने लगी है. गंगा किनारे बसे सैकड़ो ग्रामीणों की हजारों बीघा लहलहाती फसल गंगा के कटान में समां गई है. लोग चहाते है कि इस बार प्रशासन ऐसा कोई इंतजाम कर दे ताकि खेती की जमीन और घर गंगा की चपेट में आने से बच जाए.

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इधर गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुलिस प्रशासन के अफसरों ने गंगा किनारे खादर में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह दिया है. गंगा किनारे टापू पर रह रहे लोगों को भी अपना स्थान बदलने की सख्ती से चेतावनी दे दी है. यही वजह है ग्रामीण व पशु गंगा पार करके तेजी से सुरक्षित स्थानों पर जा रहे है.


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