बिजनौरः जिले के नेहटौर थाना इलाके के गांव हरगनपुर में एक शख्स के घर पर ईसाई मिशनरी सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस संस्था के लोगो ने गांव के ही एक शख्स का धर्म परिवर्तन कराया है. जिसको लेकर कुछ ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, और उसे दोबारा अपने धर्म में वापस आने के लिए कहा. जब शख्स ने इससे मना कर दिया, तो ग्रामीणों ने पंचायत बैठाकर उस शख्स का हुक्का-पानी बंद करवा दिया.
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि गांव हरगनपुर में 17 जनवरी यानि रविवार के दिन एक शख्स के घर पर ईसाई मिशनरी सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में गांव के परमसिंह मशीह ने अपने परिवार के साथ ईसाई धर्म अपना लिया था. जिसका पता चलने पर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया था. इस विरोध को लेकर ग्रामीणों ने पंचायत कर परमसिंह सहित उसके परिवार का हुक्का-पानी बंद करने की बात कही है. इस मामले को लेकर परमसिंह का कहना है कि गांव के लोगों ने उस पर दोबारा से धर्म परिवर्तन कर वापस अपने धर्म में आने का दबाव बना रहे हैं. लेकिन मैं अपना धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहता हूं. ये उस शख्स की ईच्छा पर है कि उसकी आस्था किस धर्म में है. इस धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर गांव के लोग रामकृष्ण चंद्र और रूपचंद का कहना है कि गांव में सैनी समाज के लोगों ने पंचायत कर धर्म परिवर्तन करने वाले शख्स के यहां जाने और किसी समारोह में न बुलाने और खाना-पीना नहीं खाने का संकल्प लिया है.
उधर, धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर जब नेहटौर थाना इलाके के थाना इंचार्ज संजय शर्मा से फोन पर बात की गयी. तो उन्होंने इस मामले में अनभिज्ञता जताते हुए, जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. थाना इंचार्ज का फोन पर कहना है कि गांव में इस तरीके का कोई भी पंचायत या हुक्का पानी बंद करने का मामला उनके प्रकाश में नहीं आया है. बहरहाल, इस मामले में पुलिस के आलाधिकारी भी कैमरे के सामने आने से बच रहे हैं.