बिजनौर : कोरोना महामारी के बीच बिजनौर पुलिस फरिश्ता बनकर सामने आई. दरअसल, जिले में रविवार को एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. मृतका के घर में उसका बेटा, बहू और उनके दो छोटे बच्चे हैं. जब पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने कोरोना के खौफ से बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार में जाने से इनकार कर दिया तो पीड़ित बेटे ने धामपुर थाना पुलिस से मदद की गुहार लगाई. पुलिस ने पीड़ित की सहायता करते हुए उसकी मां के शव को श्मशान घाट पहुंचाया. वहां रीति-रिवाज के तहत पीड़ित की मां का अंतिम संस्कार करवाया गया.
पड़ोसी और रिश्तेदारों ने किया इनकार
जनपद बिजनौर के धामपुर थाना क्षेत्र के स्टेट बैंक कॉलोनी के रहने वाले विकास कुमार शर्मा की बुजुर्ग मां का रविवार को बीमारी से देहांत हो गया था. उनकी मौत के बाद जब विकास कुमार शर्मा ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पड़ोसियों और रिश्तेदारों को सूचित किया तो पड़ोसी और रिश्तेदारों ने महिला की कोरोना से मौत की आशंका जताते हुए अंतिम संस्कार में शामिल होने से मना कर दिया. इसके बाद बेटे ने एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह से मदद की गुहार लगाई. इसके बाद एसपी ने धामपुर क्षेत्र अधिकारी अजय कुमार अग्रवाल को फोन करके विकास शर्मा की मदद करने के लिए कहा. सूचना पर पुलिसकर्मी विकास शर्मा के साथ मिलकर शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे. यहां पुलिस की मौजूदगी में बेटे ने मां को मुखाग्नि दी.
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धामपुर के स्टेट बैंक कॉलोनी के रहने वाले विकास कुमार शर्मा ने फोन कर जानकारी दी थी कि उनकी मां की मृत्यु हो गई है. लेकिन, रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने अंतिम संस्कार में आने से मना कर दिया है. उनके घर में दो छोटे बच्चे और उनकी पत्नी हैं. विकास ने कहा कि हम अंतिम संस्कार कैसे करें? मैंने धामपुर सीओ और संबंधित थाने को सूचना दी कि मौके पर पहुंचकर विकास कुमार शर्मा की मदद करें. पुलिस ने रीति-रिवाज के तहत बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करवाया.
-डॉ. धर्मवीर सिंह, एसपी