बिजनौर:पुराने जमाने से चली आ रही कहावत है कि किसी को उधार के पैसा देना दुश्मनी मोल लेने के समान है. ऐसा ही कुछ हुआ मुकेश के साथ, जिसने अपने करीबी भट्टा स्वामी को पांच लाख रुपए उधार दे दिए थे. उधार के पैसे मांगने पर भट्टा स्वामी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर बेरहमी से उमेश की हत्या कर दी. गुरुवार को घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजने दिया है.
गौरतलब है बुधवार की शाम मुकेश नाम के व्यापारी की औंधे मुंह खून से लथपथ लाश जंगल में मिली थी. मुकेश पास के ही गांव में किराना की दुकान करता था. 21 मार्च को मुकेश दोपहर के वक्त दुकान बंद करके वापस घर नहीं लौटा. तो, परिजनों ने मुकेश की तलाश शुरू की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. इस पर मुकेश के परिजनों ने थाने जाकर गुमशुदगी दर्ज कराई. बुधवार शाम बिजनौर के थाना बढ़ापुर के अब्दुल्लापुर कुरैशी के भट्टे के पास जंगल में खून से लथपथ मुकेश की लाश मिली. परिवार वालों को पूरा शक हो गया था कि किसी ने कत्ल करके लाश को जंगल में छुपाया है.
पुलिस के अफसरों ने आनन-फानन में टीम गठित कर अज्ञात कातिलों की तलाश शुरू कर दी थी. आखिरकार पुलिस टीम को महज 8 घंटे में कातिल का सुराग मिल ही गया. पुलिस ने मुकेश के दो साथियों से सख्ती से पूछताछ की, तो उनकी जवान पुलिस के सामने लड़खड़ा गई. फिर तीनों ने हत्या की पूरी दास्ता पुलिस के सामने उगल दी. दरअसल भट्टा स्वामी वसीम ने मुकेश से पांच लाख रुपए उधार ले रखे थे. मुकेश उधार के रुपए वापास देने के लिए दबाव बना रहा था. इसी बात से नाराज होकर वसीम ने पैसे देने के बहाने अपने घर पर मुकेश को बुला लिया. वसीम ने पहले मुकेश और उसके दो साथियों के साथ खाना खिलाया और फिर उसे शराब पिला.
इसके बाद वसीम ने मुकेश के सिर पर धारदार हथियार से वार कर मौत के घाट उतार दिया. लाश को ठिकाने लगाने के लिए कातिल वसीम ने कार में मुकेश की लाश को रखकर जंगल में फेंक दिया. पुलिस के अफसरों ने तीनों कातिलों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजने की कवायद शुरू कर दी है.
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