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श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए नहीं मिल पा रही जगह

बिजनौर जनपद में कोरोना संक्रमण के चलते अफरातफरी मची हुई है. हर रोज यहां दाह संस्कार के लिए 10-15 शवों को लाया जा रहा है. लकड़ी के ठेकेदारों का कहना है कि यदि यह सिलसिला ऐसे ही चलते रहा तो लकड़ियां कम पड़ जाएंगी.

अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को करना पड़ रहा है इंतजार
अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को करना पड़ रहा है इंतजार
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Published : May 1, 2021, 3:08 PM IST

बिजनौर : कोरोना के बढ़ते संक्रमण से बिजनौर भी अछूता नहीं रहा है. बिजनौर के गंगा बैराज के श्मशान घाट पर रोजाना 10 से 15 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ने से श्मशान घाट पर दाह संस्कार के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.

पढ़ें: कोविड-19 के मिले 286 नए केस, आंकड़ा पहुंचा 2 हजार के पार

दाह संस्कार के लिए लोगों को करना पड़ रहा अपनी बारी का इंतजार

गंगा घाट की रखवाली कर रहे राम सिंह की मानें तो उसने जिंदगी में इस श्मशान पर इतनी बड़ी संख्या में शवों को आते कभी नहीं देखा. इस वक्त दाह संस्कार के लिए भी लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है.

बिजनौर : कोरोना के बढ़ते संक्रमण से बिजनौर भी अछूता नहीं रहा है. बिजनौर के गंगा बैराज के श्मशान घाट पर रोजाना 10 से 15 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ने से श्मशान घाट पर दाह संस्कार के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.

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दाह संस्कार के लिए लोगों को करना पड़ रहा अपनी बारी का इंतजार

गंगा घाट की रखवाली कर रहे राम सिंह की मानें तो उसने जिंदगी में इस श्मशान पर इतनी बड़ी संख्या में शवों को आते कभी नहीं देखा. इस वक्त दाह संस्कार के लिए भी लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है.

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