बिजनौर: पीएम मोदी ने 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद अपने सांसदों से एक गांव को गोद लेने की बात कही थी. कारण था उस गांव का विकास हो सके. बिजनौर सांसद कुंवर भारतेंद्र ने भी इस मुहिम के तहत अपने लोकसभा क्षेत्र के स्वाहेड़ी बुजर्ग गांव को गोद लिया था, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि सांसद ने 5 सालों में कोई भी विकास कार्य नहीं कराया है.
चुनाव आयोग ने 2019 लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित कर दी है. इसको लेकर बिजनौर लोकसभा में प्रथम चरण में 11 अप्रैल को मतदान होना है. 2014 में बिजनौर में बीजेपी सांसद कुंवर भारतेंद्र को भारी मतों से जीत मिली थी. जीत के बाद सांसद ने स्वाहेड़ी गांव को गोद लिया था, लेकिन ग्रामीणों का कहना है उन्होंने इस गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं करवाया.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो जरूर है, लेकिन डॉक्टर नहीं हैं. इसके कारण बीमार लोगों को इलाज के लिये बिजनौर जिला अस्पताल का रूख करना पड़ता है. गांव में बच्चों के लिये कोई अच्छा स्कूल भी नहीं है. सांसद ने भले ही स्वाहेड़ी गांव को आदर्श गांव के तहत गोद लिया हो, लेकिनगांव की सड़कों में गड्डे हैं और पानी भरे हुए हैं. जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.