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बिजनौर: समय से इलाज न मिलने पर बच्ची की मौत, परिजन आइसोलेट - कोरोना के लक्षण

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में समय से उपचार नहीं मिलने पर एक बच्ची की मौत हो गई. बच्ची को पिछले कुछ दिनों से तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ थी. इसके बाद परिजनों ने उसे इलाज के लिए सीएचसी नहटौर में भर्ती करवाया था.

girl death due to lack of treatment i
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Published : Apr 2, 2020, 11:40 PM IST

बिजनौर: समय से उपचार नहीं मिलने से एक बच्ची की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि उसे तेज बुखार और सांस लेने में दिक्कत होने पर उपचार के लिए सीएचसी नहटौर में परिजनों ने भर्ती करवाया था. जहां से उसे बिजनौर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल ने बच्ची को मेरठ हायर सेंटर रेफर कर दिया. मेरठ हायर सेंटर के डॉक्टर ने उसे भर्ती नहीं किया, जिसके कारण परिजन वापस उसे बिजनौर अस्पताल लेकर पहुंचे. उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

girl death due to lack of treatment
इलाज ना मिलने पर बच्ची की मौत.

तेज बुखार और सांस लेने में थी दिक्कत

बिजनौर के नहटौर के मोहल्ला हलवाईयान निवासी बच्ची को 4 दिन से बुखार आ रहा था. जिसे परिजनों ने निजी चिकित्सक को दिखाकर दवाई दिलवाई थी. बुधवार को सुबह 4 बजे अचानक बच्ची की तबीयत खराब हो गई. लॉकडाउन के चलते परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को उपचार के लिए नगर के सीएचसी में भर्ती कराया. जहां बुखार और सांस लेने में दिक्कत ठीक नहीं होने पर चिकित्सकों ने उसे बिजनौर रेफर कर दिया.

जानकारी देते थानाध्यक्ष.

फोन करने पर नहीं पहुंची एंबुलेंस

इसके बाद बच्ची को बिजनौर ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए लखनऊ टोल फ्री नम्बर पर फोन किया गया. उन्होंने जिला मुख्यालय पर दो एम्बुलेंस लगी होने की बात करते हुए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई. जिसके बाद परिजन उसे तत्काल प्राइवेट एम्बुलेंस से लेकर बिजनौर पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि डीएम द्वारा उपचार के लिए चयनित किए गए प्राइवेट हॉस्पिटल में जब उन्होंने भर्ती कराना चाहा तो हॉस्पिटल प्रशासन ने बच्ची को भर्ती करने से इनकार कर दिया. फिर परिजन उसे बिजनौर जिला अस्पताल ले आए जहां पर उसकी हालत गंभीर होने पर उसे मेरठ रेफर कर दिया गया. बच्ची को मेरठ अस्पताल में भी भर्ती नहीं किया गया. जिसके बाद परिजन उसे वापस बिजनौर ले आए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

क्या कहते हैं अधिकारी?

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरुचरण सिंह ने बताया कि बालिका सीएचसी आई थी. जिसे बुखार और सांस लेने में दिक्कत थी. प्राथमिक उपचार के उपरांत सुधार न होने पर उसे बिजनौर रेफर कर दिया गया था. परिजनों ने शिकायत की थी कि उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई है.

पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि बच्ची कोरोना से संक्रमित है. तेज बुखार से उसकी मौत हुई है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने घर पहुंचकर सबका चेकअप किया लेकिन किसी भी परिजनों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं. घर के सदस्यों को आइसोलेटे किया गया है और घर सैनेटाइज कर दिया गया है.

बिजनौर: समय से उपचार नहीं मिलने से एक बच्ची की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि उसे तेज बुखार और सांस लेने में दिक्कत होने पर उपचार के लिए सीएचसी नहटौर में परिजनों ने भर्ती करवाया था. जहां से उसे बिजनौर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल ने बच्ची को मेरठ हायर सेंटर रेफर कर दिया. मेरठ हायर सेंटर के डॉक्टर ने उसे भर्ती नहीं किया, जिसके कारण परिजन वापस उसे बिजनौर अस्पताल लेकर पहुंचे. उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

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इलाज ना मिलने पर बच्ची की मौत.

तेज बुखार और सांस लेने में थी दिक्कत

बिजनौर के नहटौर के मोहल्ला हलवाईयान निवासी बच्ची को 4 दिन से बुखार आ रहा था. जिसे परिजनों ने निजी चिकित्सक को दिखाकर दवाई दिलवाई थी. बुधवार को सुबह 4 बजे अचानक बच्ची की तबीयत खराब हो गई. लॉकडाउन के चलते परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को उपचार के लिए नगर के सीएचसी में भर्ती कराया. जहां बुखार और सांस लेने में दिक्कत ठीक नहीं होने पर चिकित्सकों ने उसे बिजनौर रेफर कर दिया.

जानकारी देते थानाध्यक्ष.

फोन करने पर नहीं पहुंची एंबुलेंस

इसके बाद बच्ची को बिजनौर ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए लखनऊ टोल फ्री नम्बर पर फोन किया गया. उन्होंने जिला मुख्यालय पर दो एम्बुलेंस लगी होने की बात करते हुए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई. जिसके बाद परिजन उसे तत्काल प्राइवेट एम्बुलेंस से लेकर बिजनौर पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि डीएम द्वारा उपचार के लिए चयनित किए गए प्राइवेट हॉस्पिटल में जब उन्होंने भर्ती कराना चाहा तो हॉस्पिटल प्रशासन ने बच्ची को भर्ती करने से इनकार कर दिया. फिर परिजन उसे बिजनौर जिला अस्पताल ले आए जहां पर उसकी हालत गंभीर होने पर उसे मेरठ रेफर कर दिया गया. बच्ची को मेरठ अस्पताल में भी भर्ती नहीं किया गया. जिसके बाद परिजन उसे वापस बिजनौर ले आए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

क्या कहते हैं अधिकारी?

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. गुरुचरण सिंह ने बताया कि बालिका सीएचसी आई थी. जिसे बुखार और सांस लेने में दिक्कत थी. प्राथमिक उपचार के उपरांत सुधार न होने पर उसे बिजनौर रेफर कर दिया गया था. परिजनों ने शिकायत की थी कि उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई है.

पुलिस के अनुसार सूचना मिली थी कि बच्ची कोरोना से संक्रमित है. तेज बुखार से उसकी मौत हुई है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने घर पहुंचकर सबका चेकअप किया लेकिन किसी भी परिजनों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं. घर के सदस्यों को आइसोलेटे किया गया है और घर सैनेटाइज कर दिया गया है.

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