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बिजनौर हिंसाः मृतक सुलेमान के भाई की तहरीर पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ नहीं दर्ज हुआ मुकदमा

यूपी के बिजनौर में हिंसक प्रदर्शन के दौरान सुलेमान की मौत हो गई थी. घटना के बाद मृतक सुलेमान के भाई ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी.

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Published : Dec 29, 2019, 2:41 PM IST

Updated : Dec 29, 2019, 8:40 PM IST

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एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव.

बिजनौरः 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद बिजनौर शहर समेत नजीबाबाद, नहटौर, चांदपुर, नगीना में सीएए के विरोध में हिंसा हुई थी. इस हिंसा में नहटौर थाना क्षेत्र के सुलेमान और अनस की गोली लगने से मौत हो गई थी. इन दोनों मौतों को लेकर एसपी संजीव त्यागी ने पहले बताया था कि सुलेमान द्वारा पुलिसकर्मी मोहित पर गोली चलाए जाने के बाद पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी. जिसमें सुलेमान की गोली लगने से इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि पब्लिक द्वारा चली गोली में अनस की मौत हुई थी.

बिजनौर हिंसा में सुलेमान की हुई थी मौत.

इस मामले में एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया सेल के माध्यम से मीडिया को बताया कि इसमें मृतक सुलेमान के भाई सुऐब की तरफ से तहरीर दी गई थी, जिसमें पुलिस पर आरोप लगाया था कि पुलिस की गोली से सुलेमान की मौत हुई थी. तहरीर प्राप्त करके उनको रिसीविंग दे दी गई थी. इस क्रम में पहले से ही मुकदमा दर्ज है. इसमें फिर से एफआईआर दर्ज नहीं हो सकती है, जो तहरीर दी गई है. उसको विवेचना में शामिल कर जांच कराई जा रही है. पहला मुकदमा पुलिस की तरफ से दर्ज किया गया था.


उधर मृतक सुलेमान के भाई सुऐब ने बताया कि उसका भाई सुलेमान 20 दिसंबर को नमाज पढ़कर घर लौट रहा था. तभी तत्कालीन कोतवाल राजेश सोलंकी, शहर इंचार्ज आशीष तोमर और कॉन्स्टेबल मोहित कुमार अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ एजेंसी चौराहे पर पहुंचे और सुलेमान को पुलिस वाले खींचकर खास मंडी की गली में ले गए और मदरसे के सामने गोली मार दी. इसके बाद पुलिसकर्मी सुलेमान को छोड़कर वहां से फरार हो गए. वहां पर मौजूद लोग उसे सीएससी ले गए, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. सुऐब ने बताया इस मामले में उन्होंने पुलिस को तहरीर दी है, उन्हें उम्मीद है कि पुलिस इस पूरे घटनाक्रम में कार्रवाई करेगी.

बीते शाम को मृतक के भाई ने पुलिस वालों के खिलाफ तहरीर दी है. तहरीर प्राप्त करके उनको रसीद दे दी गई है. इस मामले में पहले से मुकदमा दर्ज है, इसलिए नया मुकदमा नहीं दर्ज हो सकता है. उनकी तहरीर को विवेचना में शामिल कर लिया गया है. जांच कराई जा रही है.
-विश्वजीत श्रीवास्तव, एसपी देहात

बिजनौरः 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद बिजनौर शहर समेत नजीबाबाद, नहटौर, चांदपुर, नगीना में सीएए के विरोध में हिंसा हुई थी. इस हिंसा में नहटौर थाना क्षेत्र के सुलेमान और अनस की गोली लगने से मौत हो गई थी. इन दोनों मौतों को लेकर एसपी संजीव त्यागी ने पहले बताया था कि सुलेमान द्वारा पुलिसकर्मी मोहित पर गोली चलाए जाने के बाद पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी. जिसमें सुलेमान की गोली लगने से इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जबकि पब्लिक द्वारा चली गोली में अनस की मौत हुई थी.

बिजनौर हिंसा में सुलेमान की हुई थी मौत.

इस मामले में एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया सेल के माध्यम से मीडिया को बताया कि इसमें मृतक सुलेमान के भाई सुऐब की तरफ से तहरीर दी गई थी, जिसमें पुलिस पर आरोप लगाया था कि पुलिस की गोली से सुलेमान की मौत हुई थी. तहरीर प्राप्त करके उनको रिसीविंग दे दी गई थी. इस क्रम में पहले से ही मुकदमा दर्ज है. इसमें फिर से एफआईआर दर्ज नहीं हो सकती है, जो तहरीर दी गई है. उसको विवेचना में शामिल कर जांच कराई जा रही है. पहला मुकदमा पुलिस की तरफ से दर्ज किया गया था.


उधर मृतक सुलेमान के भाई सुऐब ने बताया कि उसका भाई सुलेमान 20 दिसंबर को नमाज पढ़कर घर लौट रहा था. तभी तत्कालीन कोतवाल राजेश सोलंकी, शहर इंचार्ज आशीष तोमर और कॉन्स्टेबल मोहित कुमार अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ एजेंसी चौराहे पर पहुंचे और सुलेमान को पुलिस वाले खींचकर खास मंडी की गली में ले गए और मदरसे के सामने गोली मार दी. इसके बाद पुलिसकर्मी सुलेमान को छोड़कर वहां से फरार हो गए. वहां पर मौजूद लोग उसे सीएससी ले गए, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. सुऐब ने बताया इस मामले में उन्होंने पुलिस को तहरीर दी है, उन्हें उम्मीद है कि पुलिस इस पूरे घटनाक्रम में कार्रवाई करेगी.

बीते शाम को मृतक के भाई ने पुलिस वालों के खिलाफ तहरीर दी है. तहरीर प्राप्त करके उनको रसीद दे दी गई है. इस मामले में पहले से मुकदमा दर्ज है, इसलिए नया मुकदमा नहीं दर्ज हो सकता है. उनकी तहरीर को विवेचना में शामिल कर लिया गया है. जांच कराई जा रही है.
-विश्वजीत श्रीवास्तव, एसपी देहात

Intro:एंकर। 20 दिसंबर को जुम्मे की नमाज के बाद शहर क्षेत्र सहित नजीबाबाद नहटौर चांदपुर नगीना सहित कई अन्य क्षेत्रों में सीएए के विरोध में हिंसा हुई थी। इस हिंसा में नहटौर थाना क्षेत्र के सुलेमान और अनस की गोली लगने से मौत हो गई थी इन दोनों मौतों को लेकर एसपी संजीव त्यागी ने पहले बताया था कि सुलेमान द्वारा पुलिसकर्मी मोहित पर गोली चलाए जाने के मामले में पुलिस कर्मी ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। जिसमें सुलेमान की गोली लगने से इलाज़ के दौरान मौत हो गई थी। जबकि पब्लिक द्वारा चली गोली में अनस की मौत हुई थी।

Body:वीओ।इस घटना को लेकर एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव ने आज मीडिया कर्मियों को फोन पर जानकारी दी कि नहटौर में सुलेमान की मौत के मामले में तत्तकालीन कोतवाल सहित कुल 6 पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की बात को कबूल किया।

वीओ।बाद में इस मामले में एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया सेल के माध्यम से मीडिया को बाईट देते हुए कहा कि इसमें कल मृतक सुलेमान के भाई सुऐब की तरफ से तहरीर दी गई थी। जिसमें पुलिस पर आरोप लगाया था कि पुलिस गोली से सुलेमान की मौत हुई थी। तहरीर प्राप्त करके उनको रिसीविंग दे दी गई थी। इस क्रम में पहले से ही मुकदमा दर्ज है। इसमें फिर से एफ आई आर दर्ज नहीं हो सकती है। जो तहरीर दी गई है उसको विवेचना में शामिल कर जांच कराई जा रही है। पहला मुकदमा पुलिस के तरफ से दर्ज किया गया था ।
बाईट।विश्वजीत श्रीवास्तव।एसपी देहात।
Conclusion:वीओ।उधर मृतक सुलेमान के भाई सुऐब ने पुलिस को तहरीर देते हुए कहा है कि उसका भाई सुलेमान 20 दिसंबर को नमाज पढ़कर घर लौट रहा था।तभी तत्कालीन कोतवाल राजेश सोलंकी शहर इंचार्ज आशीष तोमर व कांस्टेबल मोहित कुमार अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ एजेंसी चौराहे पर पहुंचे।साथ ही सुलेमान को पुलिस वाले खींचकर खास मंडी की गली में ले गए और गोली मार दी। इसके बाद पुलिसकर्मी सुलेमान को छोड़कर वहां से फरार हो गए। वहां पर मौजूद लोग उसे सीएससी ले गए जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। उधर मृतक के भाई सुऐब ने बताया कि उसने पुलिस को तहरीर दी है। उन्हें उम्मीद है कि पुलिस इस पूरे घटनाक्रम में कार्रवाई करेगी।
बाईट।सुऐब।मृतक का भाई
Last Updated : Dec 29, 2019, 8:40 PM IST
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