बस्ती: केंद्र सरकार की नेशनल मेडिकल मोबाइल यूनिट लोगों में अपनी अलग पहचान बना रही है. जिले में अब तक 60 हजार से अधिक मरीजों का उपचार किया गया है. यह अस्पताल जनपद से दूर ग्रामीण इलाकों में गरीबों के घर जाकर उन्हें इलाज की सुविधा दे रहा है. इतना ही नहीं, इमरजेंसी सुविधा में भी यह मोबाइल अस्पताल सहायक हो रही है. अपना इलाज कराने आए गरीबों ने इस सुविधा को सरकार का सराहनीय पहल बताया है. यह मोबाइल अस्पताल जैसे ही गांव में पहुंचती है, तो मरीजों की लंबी कतार लग जाती है.
मरीजों को उपलब्ध है उचित दवा
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट ग्रामीण क्षेत्रों में खूब पसंद किया जा रहा है. यह वैन जब किसी चौराहे पर खड़ी होती है, तो लोग दवा कराने अपने आप ही पहुंचते हैं. इस चलते-फिरते अस्पताल में 5 से 6 लोगों का स्टाफ होता है. इसमें एक एमबीबीएस डॉक्टर, स्टोर कीपर, लैब टेक्नीशियन और फार्मासिस्ट के बैठने की सुविधा होती है. इस मोबाइल अस्पताल में ईसीजी, ब्लड, टीएलसी, डीएलसी, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, वायरल की जांच के ले लिए लैब है, जो तुरन्त 15 मिनट में जांच रिपोर्ट दे देती है. साथ ही यहां मरीजों को उचित दवा भी मिलती है.
गरीब महिलाओं के लिए वरदान बनी यह सुविधा
मरीजों ने बताया कि जिला अस्पताल में इलाज कराने आने के लिए लोगों का पूरा दिन निकल जाता था. जिला मुख्यालय से दूर गरीब महिलाओं के लिए यह सुविधा वरदान साबित हो रहा है. जनपद बस्ती में चार मोबाइल वैन की सुविधा चलाई जा रही है. अब तक इन मोबाइल मेडिकल वैन की सुविधा से 60 हजार से अधिक लोगों का उनके घर जाकर इलाज किया गया है.
जरूरतमंदों का हो रहा इलाज
डॉ. चंद्रधर शुक्ला ने कहा कि जरूरतमंदों का इलाज हो रहा है. साथ ही उन्हें बेहतर जांच की सुविधा उपलब्ध हो जाती है. उन्होंने बताया कि कई लोगों को ये नहीं पता रहता कि वे बीमार हैं. जब यह वैन उनके पास पहुंचती है तो पता चलता है कि वे बीमार हैं.
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