बस्तीः देश में लॉकडाउन होने के अब साइड इफेक्ट भी सामने आने लगे हैं. गरीब परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है. रोज दिहाड़ी पर काम कर के किसी तरह अपना और अपने परिवार का पेट भरने वाले न जाने कितने ही लोग आज भोजन के लिए तरस रहे हैं. लेकिन इसी बीच उन गरीब परिवारों के लिए मसीहा बनकर कुछ लोग इंसानियत का धर्म भी निभा रहे हैं.
गरीबों के सामने भोजन की समस्या
बस्ती जिले में ऐसे ही समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष महेंद्र नाथ यादव और बीजेपी के युवा मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष रिंकू दुबे, ये दोनों दलगत और जातिगत की भावना से उठकर पूरे जिले में गरीबों को खोजकर उन्हे भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. जो भी गरीब अब काम धंधा बंद होने की वजह से परिवार का पेट नहीं भर पा रहे, ऐसे निर्धन और असहाय लोगों तक इन दो लोगों ने भोजन और राशन पहुंचाने का बीड़ा उठाया है.
बाजार से राशन लेकर खुद निकलते हैं रिंकू दुबे
रिंकू दुबे ने बताया कि वह कोरोना महामारी की परवाह किए बगैर गरीबों का पेट भरने रोज सुबह निकल जाते हैं. इसके लिए रोजाना उनका काम है कि बाजार से राशन लाना और उसे पैक करके जरूरतमंदों तक पहुंचाना. इसके अलावा भोजन के पैकेट भी तैयार करवा कर वह रोज गरीबों के घर लेकर खुद जाते हैं.
किसी को राशन की जरूरत हो तो तुरंत सूचित करें
सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव ने बताया कि पार्टी पदाधिकारियों को क्षेत्रवार दायित्व सौंप दिया गया है. सपा कार्यकर्ता शहर से लेकर गांव तक गरीबों को खाद्यान्न, दवा, आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं. बृहस्पतिवार को महेन्द्र नाथ के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइन्स, घरसोहिया, भूअर निरंजनपुर सहित कई जगहो केें गरीब परिवारों में खाद्यान्न वितरण किया. महेंद्र ने लोगों से अपील किया कि लॉकडाउन का पालन करें और किसी प्रकार की दिक्कत हो तो कार्यकर्ताओं को सूचित करें.