बस्तीः उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद सभी पार्टियां पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में कूद गई हैं. बस्ती में भी चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. अलग-अलग दल के लोग वोटरों को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. लेकिन उनकी यही घोषणा अब जी का जंजाल साबित हो रहा है.
समाजवादी पार्टी के लोकल इकाई में टिकट बंटवारे को लेकर आपसी खींचतान खूब देखने को मिल रही है. 2 दिन जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी राम प्रसाद चौधरी ने 9 नगर पंचायत और एक नगर पालिका के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. इसके बाद टिकट न मिलने से नाराज समाजवादी पार्टी के कुछ नेता लखनऊ पहुंचे और अपने दम पर घोषित टिकट को कटवाकर अपने नाम की घोषणा करवा ली.
गणेशपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए नाहिद बानो के नाम की घोषणा की गई थी, जिन्होंने अपना पर्चा भी दाखिल कर दिया है. लेकिन शुक्रवार को मीना ने सपा के सिंबल पर ही गणेशपुर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल कर दिया तो सियासी बवंडर आ गया.
एक ही पार्टी की तरफ से दो दो कैंडिडेट घोषित होने के बाद चर्चा होने लगी कि आखिर असली कौन है. दो दिल पहले घोषित सपा कैंडिडेट नाहिद बानो के पति भोलू ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि वही सपा के असली उम्मीदवार हैं. उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उनके अलावा कोई और भी कैंडिडेट है, जिस ने पर्चा दाखिल किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी का जो भी निर्देश होगा, उसका पालन करेंगे.
वहीं, प्रदेश नेतृत्व के कृपा पर टिकट लेकर आई सपा नेत्री मीना के पति बालकृष्ण ने दावा किया कि उन्हें प्रदेश नेतृत्व से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया है. समाजवादी पार्टी की तरफ से अपना पर्चा दाखिल कर दिए हैं.