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बस्ती: महिला प्रधान की हत्या की बात गलत, एसपी ने किया खुलासा

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एसपी हेमराज मीणा ने परसरामपुर थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान की मौत का खुलासा किया है. एसपी का कहना है कि ग्राम प्रधान की हत्या नहीं की गई है, बल्कि उनकी मौत एंटीमोटम इंटरनल हार्ट इंजरी की वजह से हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.

revealed of gram pradhan murder case in basti
बस्ती के एसपी हेमराज मीणा.
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Published : Aug 28, 2020, 2:45 PM IST

बस्ती: जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा की महिला प्रधान की मौत पर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर निशाना साधा था. वहीं परिजनों की तहरीर पर जब पुलिस ने मामले की जांच की तो कहानी कुछ और ही सामने आई. एसपी हेमराज मीणा ने महिला की हत्या के आरोपों को खारिज कर दिया है.

एसपी ने किया हत्या का खुलासा.

दरअसल, बस्ती जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा गांव के महिला प्रधान के बेटे रामप्रकाश सोनकर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि वह अपनी मां को लेकर ग्राहक सेवा केंद्र, महेवा पैसा निकालने के लिए जा रहा था तभी रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे पवन कुमार समेत करीब 6 लोगों ने लाठी डण्डे से पीटना शुरू कर दिया. इस वजह से महिला प्रधान प्रभावती को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद महिला की इलाज के लिए अयोध्या ले जाते समय मौत हो गयी. वहीं इस खबर को प्रियंका गांधी ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट कर दिया, जिसके बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई.

एसपी हेमराज मीणा ने महिला की हत्या और कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों को खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि थाना परसरामपुर में 22 तारीख को एक सूचना नेवादा गांव से मिली थी कि राम प्रकाश सोनकर की मां को कुछ लोगों ने मार दिया है. इसकी सूचना पर तत्काल एडिशनल एसपी और क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया और उसकी जांच पड़ताल की गई. जांच में यह तथ्य निकलकर सामने आया कि राम प्रकाश सोनकर और और पवन कुमार निषाद दोनों में कहासुनी हुई थी और इसी चीज को लेकर राम प्रकाश पवन के घर बातचीत करने गए थे. जब वहां जा रहे थे तो उनकी मां भी पीछे से गयी, कुछ दूरी पर जाकर वह बेहोश होकर गिर गई थी, जिसके बाद उनको अयोध्या ले जाया गया और रास्ते में उनकी मौत हो गई.

एसपी ने बताया कि इस घटना के बाद वादी की तहरीर पर आईपीसी की धारा 304 में मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो जो मौत का कारण आया है, वह एंटीमोटम इंटरनल हार्ट इंजरी है. बाकी शरीर पर भी किसी चोट के निशान नहीं पाए गए. इतना ही नहीं, जांच में चश्मदीद लोगों ने वही बताया कि महिला अपने घर से निकली थी और रास्ते में गिर गई थी, जिसकी वजह से बेहोश हो गई थी और बेहोशी की हालत में इनको अस्पताल ले गया था.

एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि इस घटना में बातचीत का एक वीडियो भी मिला है, जिससे यह स्पष्ट है कि इनकी मौत पवन निषाद के घर पर नहीं हुई है. पुलिस इसमें अन्य तथ्यों की भी जांच कर रही है. साथ ही इस मामले में एक पेपर के द्वारा पीट-पीटकर मौत की खबर भी छापी गई थी, इसके लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है.

एसपी ने कहा कि कुल मिलाकर हमारी जांच में इस मामले में कहासुनी की बात सामने आई है. हत्या की बात सामने नहीं आई है.

ये भी पढ़ें: बस्ती में चुनावी रंजिश में महिला प्रधान की हत्या

बस्ती: जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा की महिला प्रधान की मौत पर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर निशाना साधा था. वहीं परिजनों की तहरीर पर जब पुलिस ने मामले की जांच की तो कहानी कुछ और ही सामने आई. एसपी हेमराज मीणा ने महिला की हत्या के आरोपों को खारिज कर दिया है.

एसपी ने किया हत्या का खुलासा.

दरअसल, बस्ती जिले के परसरामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा गांव के महिला प्रधान के बेटे रामप्रकाश सोनकर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि वह अपनी मां को लेकर ग्राहक सेवा केंद्र, महेवा पैसा निकालने के लिए जा रहा था तभी रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे पवन कुमार समेत करीब 6 लोगों ने लाठी डण्डे से पीटना शुरू कर दिया. इस वजह से महिला प्रधान प्रभावती को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद महिला की इलाज के लिए अयोध्या ले जाते समय मौत हो गयी. वहीं इस खबर को प्रियंका गांधी ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट कर दिया, जिसके बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई.

एसपी हेमराज मीणा ने महिला की हत्या और कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों को खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि थाना परसरामपुर में 22 तारीख को एक सूचना नेवादा गांव से मिली थी कि राम प्रकाश सोनकर की मां को कुछ लोगों ने मार दिया है. इसकी सूचना पर तत्काल एडिशनल एसपी और क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया और उसकी जांच पड़ताल की गई. जांच में यह तथ्य निकलकर सामने आया कि राम प्रकाश सोनकर और और पवन कुमार निषाद दोनों में कहासुनी हुई थी और इसी चीज को लेकर राम प्रकाश पवन के घर बातचीत करने गए थे. जब वहां जा रहे थे तो उनकी मां भी पीछे से गयी, कुछ दूरी पर जाकर वह बेहोश होकर गिर गई थी, जिसके बाद उनको अयोध्या ले जाया गया और रास्ते में उनकी मौत हो गई.

एसपी ने बताया कि इस घटना के बाद वादी की तहरीर पर आईपीसी की धारा 304 में मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया तो जो मौत का कारण आया है, वह एंटीमोटम इंटरनल हार्ट इंजरी है. बाकी शरीर पर भी किसी चोट के निशान नहीं पाए गए. इतना ही नहीं, जांच में चश्मदीद लोगों ने वही बताया कि महिला अपने घर से निकली थी और रास्ते में गिर गई थी, जिसकी वजह से बेहोश हो गई थी और बेहोशी की हालत में इनको अस्पताल ले गया था.

एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि इस घटना में बातचीत का एक वीडियो भी मिला है, जिससे यह स्पष्ट है कि इनकी मौत पवन निषाद के घर पर नहीं हुई है. पुलिस इसमें अन्य तथ्यों की भी जांच कर रही है. साथ ही इस मामले में एक पेपर के द्वारा पीट-पीटकर मौत की खबर भी छापी गई थी, इसके लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है.

एसपी ने कहा कि कुल मिलाकर हमारी जांच में इस मामले में कहासुनी की बात सामने आई है. हत्या की बात सामने नहीं आई है.

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