बस्ती: एलएसी पर भारतीय सैनिकों पर कायराना हमला और 20 जवानों की शहादत से देश की जानता आक्रोशित है. वहीं अब नेपाल में चीन के दखल को लेकर भी विरोध शुरू हो गया है. शनिवार को समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन किया. इस दौरान पूर्व राज्यमंत्री (दर्जा प्राप्त) सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि चीन भारतीयों के आस्था के साथ खिलवाड़ करते हुए अयोध्या और जनकपुरी को अलग करना चाहता है.
चीन के खिलाफ प्रदर्शन
शनिवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंककर विरोध जताया. प्रदर्शन में शामिल पूर्व राज्यमंत्री सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि सरकार को भारतीय वीर जवानों की शहादत का बदला लेना चाहिए. पूरा देश सरकार के साथ खड़ा है. चीन अब नेपाल में दखल देकर लोगों को भारत के खिलाफ कर रहा है. नेपाल-भारत सीमा तक चीन पहुंच गया है. चीन अब नेपाल से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
चीन सीमाओं पर बना रहा कैम्प
चीन अब अयोध्या से जनकपुर को तोड़ने की साजिश कर रहा है, इस शर्मनाक कार्य को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा. सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम और जनकपुर को माता सीता की नगरी माना जाता है. राम-सीता को कोई ताकत अलग नहीं कर सकती है. चीन हमेशा से आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है. चीन भारत से संबंधित सभी सीमाओं पर अपना कैम्प बना रहा है.
चीन ही पाकिस्तान को सपोर्ट करता है. उल्फा के आतंकवादियों और नक्सलियों को भी हथियार मुहैया कराता है. अब समय आ गया है कि भारत चीन को मुंहतोड़ जवाब दे. सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि जनता को भी चीन के खिलाफ फैसला लेना चाहिए. इसका एकमात्र यह भी उपाय है कि सभी चाइनीज सामानों का बहिष्कार किया जाए. सिर्फ स्वदेशी सामान ही खरीदा जाए.