बस्तीः कोतवाली थाना क्षेत्र में 14 अक्टूबर 2022 को स्कूल गई एक 3 साल के मासूम बच्ची का शव तालाब में पाया गया था. परिजनों ने पुलिस में प्राइमरी स्कूल के शिक्षामित्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था. लेकिन पुलिस अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. पीड़ित परिवार बेटी के न्याय के लिए आज भी इंताजर कर रहा है.
कोतवाली थाना क्षेत्र के दुधौरा गांव निवासी रविन्द्र पाल पिछले 143 दिन से पुलिस अधिकारियों के चौखट पर जाकर न्याय मांग रहे हैं. लेकिन पुलिस से आज भी उन्हें न्याय नहीं मिला है. जवाब में उन्हें केवल पुलिस से आश्वासन दिया जाता है. दरअसल 3 साल की मासूम रांशी पाल 14 अक्टूबर को रोज की तरह प्राइमरी स्कूल में पढ़ने गई थी. छुट्टी होने के बाद जब वह वापस नहीं आई तो घर वाले उसकी खोजबीन करने निकले. तलाश के बाद रांशी का शव स्कूल से कुछ दूरी पर एक तालाब में मिला था. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा दिया था. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मासूम रांशी की तालाब में डूबकर मौत हुई थी. जबकि परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसके शरीर पर जले के निशान और शरीर पर चोट के निशान पाए गए थे.
मृतक रांशी के बाबा की तहरीर के आधार पर पुलिस ने 10 दिन बाद प्राइमरी स्कूल के ही शिक्षामित्र सुरेंद्र उपाध्याय के खिलाफ हत्या की तहरीर दी थी. मृतक रांशी के पिता रवींद्र ने बताया कि पुलिस ने आज तक आरोपी शिक्षा मित्र को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. रवींद्र के अनुसार शिक्षा मित्र सुरेंद्र आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है. उसने ही उनकी बेटी की हत्या कर शव को छिपाने के लिए तालाब में फेंक दिया था. उन्होंने बताया कि स्कूल के बच्चों के अनुसार स्कूल खत्म होने के बाद मृतक रांशी शिक्षामित्र के साथ ही थी. ऐसे में सुरेंद्र पर उनकी बेटी की हत्या करने की साजिश करने का शक है. मगर पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए उसे बचाने में लगी हुई है.
पूरे मामले में सदर सर्किल के सीओ आलोक प्रसाद ने बताया कि मृतक रांशी पाल का शव 14 अक्टूबर को पाया गया था. परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. सुबूत और साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पानी में रांशी की मौत पानी में डूबकर हुई थी.