बस्ती: 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन है. राम मंदिर बनने की खुशी में कई मंदिरों में कीर्तन किया जाएगा. इसी कड़ी में राम मंदिर निर्माण निर्विघ्न होने के लिए भक्तों ने मखौड़ा धाम में 12 साल तक 24 घंटे राम नाम जप करने का व्रत लिया है.
यह है मंदिर का इतिहास
दरअसल त्रेतायुग में चक्रवर्ती सम्राट महाराजा दशरथ ने पुत्र कामेष्टि यज्ञ बस्ती जिले के मनोरमा तट पर स्थित मखौड़ा धाम में करवाया था. इसके पश्चात राजा दशरथ को भगवान राम सहित चार पुत्रों की प्राप्ति हुई थी. तभी से यह माना जाता है कि जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर यहां आता है, वह अवश्य पूरी होती है. 12 नवम्बर 2019 को कार्तिक पूर्णिमा से इसकी शुरुआत की गई थी, जो कि अनवरत जारी है. हालांकि अब मन्दिर निर्माण का शिलान्यास होने जा रहा है, इसके बावजूद भी यह जाप 2031 तक चलेगा.
12 साल तक चलेगा जप
सीता-राम का जप कर रहे लोगों ने बताया कि कोई भी व्यक्ति यहां आकर राम नाम का जप कर सकता है. यहां 12 साल तक यज्ञ, भंडारा और जप चलता रहेगा. उन्होंने बताया कि यहां दूर-दूर से लोग आते हैं और जप करते हैं. अब मन्दिर निर्माण शुरू होने जा रहा है, जिसको लेकर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है. उनका मानना है कि इस जप का प्रताप है कि राम मंदिर को लेकर सभी बाधाएं खत्म हो गई हैं.
मखौड़ा धाम के महंत सूरज दास महाराज ने बताया कि मखौड़ा में ही पुत्रेष्टि यज्ञ हुआ था, इसलिए अयोध्या के साथ इस जगह का भी महत्व है. अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण निर्विघ्न पूरा हो, इसके लिए ही जप किया जा रहा है, जो 2031 की कार्तिक पूर्णिमा तक जारी रहेगा.