बस्तीः निकाह में शगुन के तौर पर दुल्हन को गिफ्ट देना या शगुन देना आम बात है. अब न्योता देने के लिए लिफाफे या गिफ्ट खोजने का झंझट नहीं होगा. अब आप क्यूआर कोड स्कैन कर मनचाही रकम दे सकते हैं. प्रधानमंत्री के ऑनलाइन लेनदेन की अपील साकार होते नजर आ रही. एक ऐसा ही वीडियो बस्ती जिले से सामने आया है, जहां एक मुस्लिम परिवार के लड़की की निकाह में गूगलपे और फोनपे क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया गया.
बस्ती जिले के रेलवे स्टेशन रोड पर भव्य मैरिज हॉल में कल यानी कि 13 जनवरी को एक निकाह हो रहा था. इस निकाह में दुल्हन पक्ष ने निकाह में आने वाले मेहमानों की सहूलियत के लिए ऑनलाइन शगुन देने की व्यवस्था की और मेहमानों ने इसका जमकर लाभ भी उठाया.
वहीं, निकाह में आए हुए लोगों ने कहा की सारी दुनिया कैश-लेस हो रही है और इस निकाह में क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर बहुत अच्छा किया है. अब लोगों को लिफाफा खरीदकर उसमें पैसा देने की जरूरत नहीं. लोग अपने मोबाइल फोनपे, गूगलपे कर आसानी से अपने उपहार को दे सकते हैं. इसके प्रयोग से लिखा-पढ़ी करने का बोझ कम हो जाता है.
आपको बता दें कि आमतौर पर शादियों में गिफ्ट देने की परंपरा है. कई बार ये गिफ्ट लेने और देने वाले दोनों के लिए बोझिल साबित होते हैं. ऐसे में अब क्यूआर कोड की एक नई परंपरा सामने आई है. इसे प्रयोग के तौर पर लोग बखूबी अपना रहे हैं, क्योंकि अब गूगलपे या फोनपे के जरिए सीधे नए शादीशुदा जोड़े के बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं.