ETV Bharat / state

बस्ती: IRCTC सॉफ्टवेयर हैकर की ऑनलाइन ठगी का खुलासा

author img

By

Published : Dec 3, 2019, 10:22 AM IST

उत्तर प्रदेश के बस्ती में पुलिस ने सॉफ्टवेयर हैकर को पकड़ा है. पुलिस की गिरफ्त में आए सभी हैकर आईआरसीटीसी सॉफ्टवेयर को ही हैक कर तत्काल टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग करते थे.

etv bharat
ऑनलाइन ठगी का खुलासा.

बस्ती: पुलिस ने एक ऐसे टिकट हैकर गैंग को पकड़ा है, जो आईआरसीटीसी सॉफ्टवेयर को ही हैक कर तत्काल टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग करता था. एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि ई-टिकट का सॉफ्टवेयर बनवा कर यूट्यूब के जरिए बेचने वाले गिरोह की तलाश काफी दिनों से की जा रही थी. कुछ साल पहले सीबीआई ने भी इस गैंग को पकड़ कर जेल भेजा था.

ऑनलाइन ठगी का खुलासा.
  • पुलिस की गिरफ्त में आया गैंग आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर को पहले हैक करता था.
  • इस सॉफ्टवेयर को हैकर यूट्यूब पर रेडबुल तथा आईबॉल नाम से बेचते थे.
  • इस गैंग में शनि राय, सौरभ राय और मोइनुल हक पकड़े गए हैं.
  • मास्टरमाइंड शमशेर आलम और अभय प्रताप अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
  • ये सभी आरोपी अभी तक 1000 फर्जी आईआरसीटीसी आईडी खरीद फरोख्त कर चुके हैं.
  • पुलिस ने इनमें से कुल 300 से अधिक आईआरसीटीसी आईडी जब्त की है.

ये भी पढ़ें- मासूम भाई का रखना पड़ता था ध्यान, इसलिए बहनों ने कर दी हत्या

जब्त सामान में एक लैपटॉप, 2 डेस्कटॉप, 6 मोबाइल, एक कार और 74 तत्काल व सामान्य रेलवे ई-टिकट शामिल है. 2 टिकट TEST नाम के फर्जी नाम से बनी पाई गई, जिसके संबंध में बताया गया कि सॉफ्टवेयर को चेक करने के लिए बनाया गया है. इसके अतिरिक्त सॉफ्टवेयर से बने सेलर टिकट का रिकॉर्ड भी बरामद हुआ.

बस्ती: पुलिस ने एक ऐसे टिकट हैकर गैंग को पकड़ा है, जो आईआरसीटीसी सॉफ्टवेयर को ही हैक कर तत्काल टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग करता था. एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि ई-टिकट का सॉफ्टवेयर बनवा कर यूट्यूब के जरिए बेचने वाले गिरोह की तलाश काफी दिनों से की जा रही थी. कुछ साल पहले सीबीआई ने भी इस गैंग को पकड़ कर जेल भेजा था.

ऑनलाइन ठगी का खुलासा.
  • पुलिस की गिरफ्त में आया गैंग आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर को पहले हैक करता था.
  • इस सॉफ्टवेयर को हैकर यूट्यूब पर रेडबुल तथा आईबॉल नाम से बेचते थे.
  • इस गैंग में शनि राय, सौरभ राय और मोइनुल हक पकड़े गए हैं.
  • मास्टरमाइंड शमशेर आलम और अभय प्रताप अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
  • ये सभी आरोपी अभी तक 1000 फर्जी आईआरसीटीसी आईडी खरीद फरोख्त कर चुके हैं.
  • पुलिस ने इनमें से कुल 300 से अधिक आईआरसीटीसी आईडी जब्त की है.

ये भी पढ़ें- मासूम भाई का रखना पड़ता था ध्यान, इसलिए बहनों ने कर दी हत्या

जब्त सामान में एक लैपटॉप, 2 डेस्कटॉप, 6 मोबाइल, एक कार और 74 तत्काल व सामान्य रेलवे ई-टिकट शामिल है. 2 टिकट TEST नाम के फर्जी नाम से बनी पाई गई, जिसके संबंध में बताया गया कि सॉफ्टवेयर को चेक करने के लिए बनाया गया है. इसके अतिरिक्त सॉफ्टवेयर से बने सेलर टिकट का रिकॉर्ड भी बरामद हुआ.

Intro:रिपोर्ट - सतीश श्रीवास्तव
बस्ती यूपी
मो - 9889557333

स्लग - IRCTC सॉफ्टवेयर हैकर की ऑनलाइन ठगी का खुलासा

एंकर - बस्ती पुलिस ने एक ऐसे टिकट हैकर गैंग को पकड़ा है जो सरकार की आईआरसीटीसी सॉफ्टवेयर को ही हैक कर तत्काल टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग करता था, एस पी हेमराज मीणा ने बताया कि ई टिकट के सॉफ्टवेयर बनवा कर यूट्यूब के जरिये बेचने वाले गिरोह की तलाश काफी दिनों से कि जा रही थी, कुछ साल पहले सीबीआई ने भी इस गैंग को पकड़ कर जेल भेजा था, एसपी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि पिछले काफी दिनों से ई टिकट के  विरुद्ध जारी अभियान में विभन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर के प्रयोग किये जाने की सूचना मिल रही थी, यह गैंग आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर को हैक करने के बाद उसके लिंक को यू ट्यूब पर रेडबुल तथा आईबॉल नाम के सॉफ्टवेयर से बेच रहा था, इस गैंग में शनि राय, सौरभ राय और मोइनुल हक पकड़े गए है, जब की मास्टरमाइंड शमशेर आलम और अभय प्रताप अभी भी फरार है, पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर को हैक करने वाला गेम स्टेशन रोड पर कार से पहुंचने वाला है, जिसके बाद पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से लेपटॉप और डेक्सटॉप बरामद कर संबंधित रिकॉर्ड बरामद किया गया l 

एसपी ने बताया कि उक्त गिरोह के द्वारा आईआरसीटीसी के ई टिकट बुकिंग के लिये विशेष प्रकार का रेडबुल तथा आईबॉल जैसे सॉफ्टवेयर को बनाकर यूट्यूब पर प्रचार कर लम्बे समय से बेच रहे थे, यूट्यूब चैनल के करीब 3000 सब्सक्राइबर है और करीब 6 लाख व्यूज है l चैनल के माध्यम से सॉफ्टवेयर से आई आर सी टी सी की ई टिकट बनाने और सिखाने सम्बन्धित वीडियो अपलोड किए जाते थे l जिससे देश के विभिन्न हिस्सों से टिकट एजेंट के द्वारा चैनल में दिये गए मोबाईल नम्बर से व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर सॉफ्टवेयर खरीद लेते थे और फिर यह गैंग उन्हें सॉफ्टवेयर आई डी का लिंक भेज कर रुपए वसूलते थे, यह गैंग सॉफ्टवेयर खरीदने वाले लोगो से मासिक किराये पर सॉफ्टवेयर देते थे, पूछताछ पर पता चला कि अभियुक्तगण अभी तक 1000 फ़र्ज़ी irctc id खरीद फरोख्त कर चुके है l जिसमे से कुल 300 से अधिक irctc id जप्त की गई। 



Body:हैकरों ने बताया कि 2 वर्ष में अनुमानित कई करोड़ इस अवैध व्यापार से कमाया है। शमशेर और अभय को सीबीआई ने २०१६ में भी इसी मामले में गिरफ्तार के चुकी है लेकिन ये दोनो छुटने के बाद फिर टिकट का अवैध काम शुरू कर दिया।


Conclusion:जप्त सामान व टिकट- एक लेपटॉप, एक डेक्सटॉप, एक आल इन वन डेस्कटॉप , 06 मोबाइल , एक कार व 74 अदद तत्काल व सामान्य रेलवे ई टिकट कीमती- 1,48,523 /- रुपये जो सॉफ्टवेयर की मदद से अभियुक्त द्वारा उसके एजेंटो ने बनाना बताया जा रहा है l 2 टिकट TEST नाम के फ़र्ज़ी नाम से बनी पाई गई जिसके संबंध में बताया गया कि सॉफ्टवेयर को चेक करने के लिये बनाया गया है l इसके अतिरिक्त सॉफ्टवेयर से बने सेलर टिकट का रिकॉर्ड भी बरामद हुआ, जप्त IRCTC फ़र्ज़ी पर्सनल आईडी- करीब 300 id जप्त की गई तथा शेष के प्रयास किये जा रहे है l बैंक रिकॉर्ड के अनुसार अभिय05 खातों से गत 06 माह में 80 लाख रुपिया का लेन देन होना पाया गया l 

बाइट - हेमराज मीणा ..... एसपी


बस्ती यूपी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.