बस्ती: बिहार के नटवरलाल ने संसद को बेच दिया था और बस्ती के नटवरलाल ने सरकारी जमीन को ही कई लोगों को बेच दिया और लाखों रुपये लेकर फरार हो गया. इस मामले से पर्दा तब उठा जब जिला प्रशासन के निर्देश पर कई जेसीबी मशीन व्यापारियों के प्रतिष्ठानों, दुकानों और मकानों को तोड़ने पहुंची, फिर क्या था एक लाइन से सभी गरीबों के निर्माण देखते ही देखते जमीदोंज हो गए. दरअसल इस नटवरलाल ने कई लोगों से 3 लाख रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक की वसूली कर सरकारी जमीन का उन्हें एग्रीमेंट दे दिया. इतना ही नहीं नटवरलाल ने बाकायदा इन सभी से हर माह किराए के तौर पर मोटी रकम भी वसूली. अब मामले का खुलासा होने के बाद गरीब सड़क पर आ गया है और नटवरलाल नौ दो ग्यारह.
अपना बताकर आरोपी ने बेची जमीन
दरअसल गिरजा घर के संचालक ई स्टारलिन ने नजूल की बेशकीमती कई बिस्सा जमीन को अपना बताकर धोखे से भोले भाले गरीब लोगों को बेच दिया. झांसे में आए लोगों ने मुंह मांगी रकम देकर जमीनों को खरीद लिया. यही नहीं कई ने तो अपना मकान भी बना लिया. जब डीएम को इस पूरे मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई का निर्देश देते हुए जमीन को खाली करने का फरमान सुनाया.
गरीब खरीदारों के साथ हुआ धोखा
नटवरलाल ई स्टारलिन के ठग का शिकार हुए गरीब अब कहीं के नहीं रह गए हैं, न तो उनकी दुकानें बची हैं और न ही उनके द्वारा चर्च संचालक को जमीन के बदले दिए गए लाखों रुपये ही वापस मिले. इस मामले में डीएम के आदेश पर सदर तहसील प्रशासन ने चर्च संचालक पर एफआईआर दर्ज करवायी है. नटवरलाल चर्च संचालक पर आरोप है कि उसे धार्मिक कार्यों के प्रयोग के लिए को जमीन सरकार की तरफ से दी गई थी उसका उसने दुरुपयोग किया और सरकार की जमीनों का सौदा करते हुए करोड़ों रुपये ठग लिए.
जांच में जुटी पुलिस
बहरहाल अपनी व्यथा लेकर को कमिश्नर अनिल सागर से मिलने पहुंचे व्यापारियों ने बताया कि उनके साथ धोखा किया गया है. मगर जिला प्रशासन ने भी उनकी एक नहीं सुनी. बिना नोटिस दिए उनके दुकानों को गिरा दिया गया. इसके अलावा चर्च संचालक को जो रुपये दिए वो भी अब वापस मिलने की उम्मीद नहीं है. दोनों तरफ से उन गरीबों का शोषण हुआ है. डीएसपी ने कहा कि कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर पुलिस आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है.