ETV Bharat / state

आश्चर्य! ग्राम प्रधान ने बाइक से करवा दी मिट्टी की ढुलाई

author img

By

Published : Oct 19, 2020, 5:27 PM IST

सरकार चाहे जितना जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए इसका गबन करने वालों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. ऐसा ही मामला यूपी के बलरामपुर जिले से आया है. ग्राम प्रधान ने मनरेगा के तहत मिट्टी की ढुलाई में बाइक का नंबर दिखाकर लाख रुपये से अधिक डकार लिए. पढ़ें पूरी खबर...

ग्रामीण
ग्रामीण

बस्तीः मनरेगा में मिट्टी पटाई का कार्य जेसीबी, ट्रैक्टर और ठेला से कराए जाने का मामला तो कई बार सामने आ चुका है, लेकिन सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत सुकरौली में प्रधान ने दोपहिया वाहन से ही सैकड़ों घन फिट मिट्टी की ढुलाई दिखा दी. इतना ही नहीं फर्जी रसीद लगाकर लाख रुपये से अधिक का भुगतान भी ले लिया. जन सूचना अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत मांगी गई सूचना में प्रधान और सेक्रेटरी की कारगुजारी खुलकर सामने आ गई है.

RTI से हुआ खुलासा
सुकरौली गांव के हरिशंकर उपाध्याय ने दो माह पूर्व आरटीआइ के तहत ग्राम प्रधान से विकास कार्यों की सूचना मांगी थी. पहले तो उन्हें सादे वाउचर और मनगढ़ंत सूचनाएं देकर गुमराह करने का प्रयास किया गया. रिमाइंडर लगाया तो बिना कार्य के फर्जी भुगतान लेने के कई मामले सामने आए.

जनसूचना के तहत प्राप्त रसीद में प्राथमिक विद्यालय पर जिस ट्रैक्टर नंबर से मिट्टी पटाई का काम दिखाया गया है. वह बलरामपुर जिले के एक बाइक का निकला. प्रधान की इस बाइक से रसीद में 22360 का और कैश बुक में 80,262 रुपये का मिट्टी पटाई दिखाया गया है, जबकि दोनों पर चेक संख्या एक ही दर्ज है.

हरिशंकर उपाध्याय ने ग्राम प्रधान के इस खेल की शिकायत शपथ पत्र के साथ जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से की है. वहीं उन्होंने जांच के बाद रिकवरी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

यह भी पढ़ेंः-हाथरस गैंगरेप केसः CBI पहुंची अलीगढ़ जिला कारागार, चारों आरोपियों से करेगी पूछताछ

बंदरबांट करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
इस मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी विनय सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता ने डीएम से मिलकर अपनी बात बताई है, जिस पर उन्हें जांच मिली है. वह टीम गठित करके मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कड़ी कार्रवाई करेंगे. विनय सिंह ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. मनरेगा के धन में बंदरबांट करने वाले प्रधान का गबन अगर साबित हो जाता है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.

बस्तीः मनरेगा में मिट्टी पटाई का कार्य जेसीबी, ट्रैक्टर और ठेला से कराए जाने का मामला तो कई बार सामने आ चुका है, लेकिन सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत सुकरौली में प्रधान ने दोपहिया वाहन से ही सैकड़ों घन फिट मिट्टी की ढुलाई दिखा दी. इतना ही नहीं फर्जी रसीद लगाकर लाख रुपये से अधिक का भुगतान भी ले लिया. जन सूचना अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत मांगी गई सूचना में प्रधान और सेक्रेटरी की कारगुजारी खुलकर सामने आ गई है.

RTI से हुआ खुलासा
सुकरौली गांव के हरिशंकर उपाध्याय ने दो माह पूर्व आरटीआइ के तहत ग्राम प्रधान से विकास कार्यों की सूचना मांगी थी. पहले तो उन्हें सादे वाउचर और मनगढ़ंत सूचनाएं देकर गुमराह करने का प्रयास किया गया. रिमाइंडर लगाया तो बिना कार्य के फर्जी भुगतान लेने के कई मामले सामने आए.

जनसूचना के तहत प्राप्त रसीद में प्राथमिक विद्यालय पर जिस ट्रैक्टर नंबर से मिट्टी पटाई का काम दिखाया गया है. वह बलरामपुर जिले के एक बाइक का निकला. प्रधान की इस बाइक से रसीद में 22360 का और कैश बुक में 80,262 रुपये का मिट्टी पटाई दिखाया गया है, जबकि दोनों पर चेक संख्या एक ही दर्ज है.

हरिशंकर उपाध्याय ने ग्राम प्रधान के इस खेल की शिकायत शपथ पत्र के साथ जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से की है. वहीं उन्होंने जांच के बाद रिकवरी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

यह भी पढ़ेंः-हाथरस गैंगरेप केसः CBI पहुंची अलीगढ़ जिला कारागार, चारों आरोपियों से करेगी पूछताछ

बंदरबांट करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
इस मामले पर जिला पंचायत राज अधिकारी विनय सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता ने डीएम से मिलकर अपनी बात बताई है, जिस पर उन्हें जांच मिली है. वह टीम गठित करके मामले की निष्पक्ष जांच कराकर कड़ी कार्रवाई करेंगे. विनय सिंह ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. मनरेगा के धन में बंदरबांट करने वाले प्रधान का गबन अगर साबित हो जाता है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.