बस्ती : देशभर में इस समय धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर सियासत गरमाई हुई है. धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध लाउडस्पीकर हटाने के संबंध में योगी सरकार ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है. उन्होंने यह रिपोर्ट 30 अप्रैल तक जमा करने के लिए कहा है. वहीं, जिले में जिन धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों को पुलिस और प्रशासन ने धर्म गुरुओं से बात करके हटवा दिए हैं.
धार्मिक स्थलों पर लगे वैध लाउडस्पीकरों को माननीय उच्च न्यायालय के गाइड लाइन के अनुसार आवाज को कम करके बजाएं. एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जिला अधिकारी सौम्या अग्रवाल और जिले के समस्त धर्मगुरूओं के साथ मीटिंग की गई. बैठक के दौरान उनको उच्च न्यायालय के निर्देश के बारे में जानकारी दी गई. बैठक में बताया गया कि उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार जिले में जितने भी धार्मिक स्थल हैं, उनमें लगे लाउडस्पीकरों के लिए यह निर्धारित किया गया है कि उनसे कितने डिसमिल की आवाज होनी चाहिए. एसपी ने बताया कि इस आदेश का सभी धार्मिक स्थलों के गुरुओं ने पालन किया.
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कानपुर में हटाए गए 230 से अधिक लाउडस्पीकर : जिले में गुरुवार तक अभियान चलाकर 230 से अधिक लाउड स्पीकर हटा दिए गए हैं. पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि इस दिशा में लगातार काम हो रहा है. हालांकि किसी को कोई परेशानी न हो, इसलिए सभी के सहयोग से लाउड स्पीकर हटाए जा रहे हैं. इस संबंध में सभी डीसीपी, एसीपी और थाना प्रभारियों को भी निर्देशित किया गया है.
फर्रुखाबाद में 163 धार्मिक स्थलों से हटावाए गए लाउस्पीकर : एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि कई जगहों पर वो चाहे मंदिर हो या मस्जिद लाउडस्पीकरों को या तो हटा दिया गया है या उनकी आवाज धीमी कर दी गई है. फिलहाल जिले के अब तक कुल 163 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर को खुद ही हटा लिया गया. इसमें 114 मस्जिदों समेत 49 मंदिरो ये लाउडस्पीकर हटाए गए हैं. वहीं, तकरीबन 191 धार्मिक स्थलों पर आवाज को कम किया गया है. इसी क्रम में आज मीटिंग की गई. बैठक में बताया गया कि आगे भी यह कार्य जारी रहेगा.
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