बस्ती: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन बकायेदारों से बकाया वसूली न कर पाने की वजह से पहले से ही घाटे में चल रहा है और जब शासन स्तर से बिजली विभाग के निचले अधिकारियों को बकाया वसूली करने के लिए सख्ती बरतने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं. ऐसे में फील्ड में बिजली अधिकारियों को बड़े और डिफॉल्टर बकायेदारों से वसूली करने में काफी परेशानी हो रही है.
ऐसा ही एक मामला उस वक्त सामने आया जब बिजली विभाग के जेई जितेंद्र मोर्य शहर के बड़े बकायेदार प्रदीप अग्रहरि की दुकान पर वसूली के लिए पहुंचे तो व्यापारी प्रदीप ने बकाया जमा करने से मना कर दिया. इसके बाद जेई ने इस डिफॉल्टर व्यापारी की बिजली काट दी और वापस अपने दफ्तर चले आए. बिजली कटने के बाद दबंग व्यापारी प्रदीप अग्रहरि अपने कुछ साथियों के साथ बिजली दफ्तर पहुंचा और जेई जितेंद्र मौर्य के साथ हाथापाई की. उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी.
जितेंद्र मौर्य ने बताया कि व्यापारी प्रदीप ने उनका गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया और लात-घूंसे से पीटा, जिसमें उन्हें चोट भी आई है. व्यापारी प्रदीप अग्रहरि की दिनदहाड़े इस गुंडई के बाद बिजली विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया और वे सभी कोतवाली पहुंचकर कार्रवाई की मांग करने लगे. लिखित तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने व्यापारी प्रदीप अग्रहरि सहित उसके साथियों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने इस बाबत बताया कि जय की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे पुलिस उस आधार पर कार्रवाई करेगी.
वहीं, बिजली अधिकारियों का कहना है कि शासन से निर्देश है कि बड़े बकायेदारों से किसी भी हाल में वसूली की जाए या फिर उनकी बिजली काट दी जाए. लेकिन वसूली करने में उन्हें जब इस तरह से समस्याओं का सामना करना पड़ेगा तो शासन के निर्देश का पालन करना मुश्किल होगा. ऐसे में बिजली अधिकारियों ने मांग की है कि उन्हें सुरक्षा दी जाए ताकि फील्ड में काम करते वक्त ऐसे लोगों से निपटने में वह सक्षम हो सके.